Edited By Nitika, Updated: 23 May, 2024 09:47 AM
![government made registration mandatory for chardham yatra](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_09_46_42431942323may7-ll.jpg)
चारधाम यात्रा पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बेहतर प्रबंधन और सुरक्षित यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को अनिवार्य पंजीकरण लागू कर दिया जबकि फर्जी पंजीकरण के जरिए केदारनाथ यात्रा पर जाने के नौ प्रकरणों में मुकदमा दर्ज किया गया। 10...
देहरादूनः चारधाम यात्रा पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बेहतर प्रबंधन और सुरक्षित यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को अनिवार्य पंजीकरण लागू कर दिया जबकि फर्जी पंजीकरण के जरिए केदारनाथ यात्रा पर जाने के नौ प्रकरणों में मुकदमा दर्ज किया गया। 10 मई को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक पहले 13 दिनों में 8,52,018 तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि हरिद्वार और ऋषिकेश में ‘ऑफलाइन' पंजीकरण बंद कर दिया गया है और अब ‘ऑनलाइन' पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा पर देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्थित, सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने श्रद्धालुओं के लिए परामर्श जारी किया है, जिसमें उनसे पंजीकरण के बाद ही यात्रा पर आने का अनुरोध किया गया है। परामर्श में कहा गया है कि बिना पंजीकरण के आने पर उन्हें ‘बैरियर' या ‘चेक प्वाइंट' पर रोका जा सकता है और इससे उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
यात्रियों को यह भी सलाह दी गई है कि पंजीकरण होने पर वे निर्धारित तिथि पर ही यात्रा पर आएं और जिस धाम के लिए पंजीकरण करवाया है, उसी मार्ग पर जाएं। परामर्श में यात्रा करवाने वाले ‘टूर एवं ट्रेवल' एजेंसियों से भी यह सुनिश्चित कर लेने को कहा गया है कि यात्रियों ने पंजीकरण करवाया है या नहीं और श्रद्धालुओं को लेकर जा रहे यात्री वाहन को ‘ट्रिप कार्ड' जारी किया गया है या नहीं। इस बीच, रुद्रप्रयाग पुलिस ने जांच के दौरान मिले फर्जी पंजीकरणों के नौ मामलों में प्राथमिकी दर्ज की है। इन प्रकरणों में फर्जी पंजीकरण पर केदारनाथ यात्रा पर आने और बाद की तिथियों के पंजीकरण में फर्जीवाड़ा कर मई की तिथि दर्शाने के प्रकरण शामिल हैं।
रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि इस संबंध में कोतवाली रुद्रप्रयाग में बुधवार को नौ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूछताछ में पता चला है कि हरिद्वार और ऋषिकेश में कुछ ‘टूर एवं ट्रेवल्स' एजेंसियों तथा अन्य लोगों ने इन लोगों को धोखे से फर्जी पंजीकरण उपलब्ध करवाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की जानकारी ले ली गई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि जल्द ही इन मामलों की विवेचना की जाएगी और पंजीकरण फर्जीवाड़ा में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।