Edited By Ramanjot, Updated: 13 Oct, 2024 11:23 AM
अधिकारियों ने बताया कि जिन जेलकर्मियों को ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने को लेकर निलंबित किया गया है उनमें अधीक्षक प्रभारी/जेलर प्यारे लाल आर्य, उप जेलर कुंवर पाल सिंह, डे हेड वार्डर प्रेमशंकर यादव, हेड वार्डर प्रभारी विजय पाल सिंह, बाडीरक्षक...
हरिद्वार: हरिद्वार जिला जेल से हत्या के एक दोषी समेत दो कुख्यात कैदी फरार हो गए। घटना के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में जेलर सहित छह जेल कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया तथा मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह घटना शुक्रवार रात को उस समय हुई जब जेल में रामलीला का मंचन हो रहा था।
अधिकारियों के अनुसार, पंकज और राजकुमार निर्माण कार्य के लिए लाई गई सीढ़ी का उपयोग करके परिसर से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि दोनों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जिन जेलकर्मियों को ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने को लेकर निलंबित किया गया है उनमें अधीक्षक प्रभारी/जेलर प्यारे लाल आर्य, उप जेलर कुंवर पाल सिंह, डे हेड वार्डर प्रेमशंकर यादव, हेड वार्डर प्रभारी विजय पाल सिंह, बाडीरक्षक प्रभारी निर्माण स्थल ओमपाल सिंह और हेड वार्डर प्रभारी गेटकीपर नीलेश कुमार शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने घटना की विस्तृत जांच के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। देहरादून में अधिकारियों ने बताया कि जेल उप महानिरीक्षक इसकी जांच करेंगे और रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने बताया कि पंकज हरिद्वार के रुड़की का रहने वाला है और हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, जबकि विचाराधीन कैदी राजकुमार उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि शनिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल और जिलाधिकारी कामेन्द्र सिंह ने जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण करने और सुराग जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम और श्वान दस्ते को भी बुलाया गया है।