Edited By Vandana Khosla, Updated: 14 Sep, 2024 03:32 PM
रूद्रप्रयाग : उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग मुख्यालय के निकटतम गांव जवाडी निवासी ( 2 गढ़वाल रॉयफल) में तैनात प्रमोद डबराल जम्मू में मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। आज यानी 14 सितंबर को उनके पार्थिव शरीर को भारतीय सेना द्वारा गांव लाया गया। जहां...
रूद्रप्रयाग : उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग मुख्यालय के निकटतम गांव जवाडी निवासी ( 2 गढ़वाल रॉयफल) में तैनात प्रमोद डबराल जम्मू में मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। आज यानी 14 सितंबर को उनके पार्थिव शरीर को भारतीय सेना द्वारा गांव लाया गया। जहां अलकनंदा मंदाकिनी संगम तट पर 6 ग्रेनेडियर बटालियन द्वारा पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड का एक और जवान जम्मू में मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गया है। उनके पार्थिव शरीर को भारतीय सेना द्वारा गांव में लाया गया। जहां अलकनंदा मंदाकिनी संगम तट पर सैन्य सम्मान के साथ शहीद प्रमोद डबराल को अंतिम विदाई दी गई। वहीं मौके पर राज्य सभा सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट भी पहुंचे और उन्होंने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही स्थानीय विधायक भरत चौधरी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र बिष्ट, जिला प्रमुख प्रदीप थपलियाल, जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।
बता दें कि शहीद की अंतिम विदाई में बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग पहुंचे थे। वहीं इस अंतिम विदाई के दौरान 'जब तक सूरज चांद रहेगा प्रमोद तुम्हारा नाम रहेगा' और 'प्रमोद डबराल अमर रहे' के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान था। राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट ने कहा कि प्रमोद के जाने हम सभी को बड़ा दुख है और इस दुख की घड़ी में हम प्रमोद के परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि देश भक्ति का ऐसा जज्बा प्रेरणादायक है।