Edited By Nitika, Updated: 12 Aug, 2024 04:09 PM
हरिद्वार: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर साधु संतों में बेहद आक्रोश है। वहीं साधु संत लगातार भारत सरकार से इस मामले में ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। बीते रविवार को हरिद्वार के अवधूत मंडल आश्रम में साधु संतों ने बैठक की जिसमे...
हरिद्वार: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर साधु संतों में बेहद आक्रोश है। वहीं साधु संत लगातार भारत सरकार से इस मामले में ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। बीते रविवार को हरिद्वार के अवधूत मंडल आश्रम में साधु संतों ने बैठक की जिसमे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान संतों की बैठक में हरिद्वार के सभी अखाड़ो से जुड़े संतो सहित अखाड़ों के महामंडलेश्वर और अन्य संत मौजूद रहे।
संतों ने कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद वहां के हिंदुओं के ऊपर अत्याचार किया जा रहा है। इसके लिए भारत सरकार को कदम उठाकर बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए। वहीं संतों ने बांग्लादेश के दो करोड़ हिंदुओं के लिए अलग देश बनाए जाने की मांग भी कर डाली। इस मामले में हुई बैठक में महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि ने कहा कि बांग्लादेश की घटना से हिंदू समाज उद्वेलित है और आरोप लगाया कि चुन-चुनकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में महिलाओं और बालिकाओं के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या की जा रही है। गिरि ने दावा किया कि हरिद्वार में भी बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान रह रहे हैं, उन्हें भी देश से बाहर किया जाना चाहिए अन्यथा वे देश के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं।
वहीं महामण्डलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने केंद्र को बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार से 13 अखाड़ों समेत सभी मठों-मंदिरों के द्वारा सरकार को ज्ञापन भेज दिया गया है। इसमें बांग्लादेश में रह रहे 10 फीसदी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई है। साथ ही इन लोगों के लिए अलग मुल्क बनाने की बात भी कही गई, जिससे हिंदू समाज के लोग सुरक्षित महसूस करें और उनकी धार्मिकता को भी कोई क्षति न पहुंचे।