Edited By Vandana Khosla, Updated: 03 May, 2025 08:37 AM

पिथौरागढ़ः आदि कैलाश यात्रा शुक्रवार को शुरू हो गई है। जिसके पहले दिन तीर्थयात्रियों का पहला जत्था शिखर के दर्शन के लिए पहुंचा। शिखर से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित शिव-पार्वती को समर्पित मंदिर भी रंग समुदाय द्वारा पारंपरिक अनुष्ठान करने के साथ दोपहर...
पिथौरागढ़ः आदि कैलाश यात्रा शुक्रवार को शुरू हो गई है। जिसके पहले दिन तीर्थयात्रियों का पहला जत्था शिखर के दर्शन के लिए पहुंचा। शिखर से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित शिव-पार्वती को समर्पित मंदिर भी रंग समुदाय द्वारा पारंपरिक अनुष्ठान करने के साथ दोपहर 12 बजे भक्तों के लिए खोल दिया गया।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ शहर के एक भक्त कार्तिक भाटिया ने बताया कि मंदिर के द्वार खुलते समय 150 रंग ग्रामीणों समेत 200 से अधिक भक्त मौजूद थे। धारचूला के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मंजीत सिंह ने बताया कि व्यास घाटी के कुटी गांव के पुजारी गोपाल सिंह कुटियाल और वीरेंद्र सिंह कुटियाल ने रंग जनजाति के रीति-रिवाजों के अनुसार मंदिर के कपाट खोले।
इस दौरान पुजारी अपनी पारंपरिक वेशभूषा में थे, जबकि व्यास घाटी के अन्य रंग गांवों के लोगों ने शिव और पार्वती की स्तुति में लोकगीत गाए। एसडीएम ने बताया कि इस अवसर पर व्यास घाटी के सभी छह गांवों के लोगों समेत 1,500 से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे।