Edited By Ramanjot, Updated: 08 Sep, 2024 09:10 AM
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना को बौर जलाशय के पास पीपलपड़ाव वन रेंज की है। वन रेंजर रूपनारायण गौतम को सूचना मिली कि 12 से 15 वन तस्कर जगंल में घुस कर बेशकीमती लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं। एक दर्जन से अधिक वन कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुुंची। इस...
रूद्रपुर/नैनीताल: उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के गदरपुर में शुक्रवार की शाम को वन तस्करों द्वारा वन कर्मियों पर फायरिंग के मामले में पुलिस और वन महकमे ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस और वन महकमे में अलग-अलग मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना को बौर जलाशय के पास पीपलपड़ाव वन रेंज की है। वन रेंजर रूपनारायण गौतम को सूचना मिली कि 12 से 15 वन तस्कर जगंल में घुस कर बेशकीमती लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं। एक दर्जन से अधिक वन कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुुंची। इस दौरान जब वन कर्मियों ने तस्करों को ललकारा तो हथियारबंद वन तस्करों ने टीम पर जबर्दस्त फायरिंग शुरू कर दी। इसमें रेंजर रूपनारायण समेत चार वन कर्मी घायल हो गए। इसके बाद तस्कर फरार हो गए। तत्काल गदरपुर पुलिस को सूचना दी गई। अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को रूद्रपुर अस्तपाल लाया गया।
प्रभागीय वनाधिकारी यूसी तिवारी ने बताया कि छर्रे लगने से चार वन कर्मी घायल हो गए हैं। एक को आज अस्तपाल से छुट्टी दे दी गई जबकि तीन लोगों के शरीर से आपरेशन करने के बाद छर्रे निकाले गए। तिवारी के अनुसार चार से पांच वन तस्करों की पहचान कर ली गई है। सभी के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि वन तस्करों के खिलाफ गदरपुर पुलिस को भी तहरीर सौंपी गई है। गदरपुर के थाना प्रभारी जसबीर सिंह चौहान के अनुसार वन विभाग की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है। कुछ नाम प्रकाश में आए हैं। उन्होंने कहा कि तस्करों को पकड़ने के लिये चार टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही तस्करों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।