Edited By Vandana Khosla, Updated: 28 Feb, 2025 02:56 PM

Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली के माणा पास हिमस्खलन में 57 मजदूरों के दबने की घटना पर दुख जताया है। सीएम धामी ने ट्वीट किया, "चमोली जिले के माणा गांव के पास BRO द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान कई...
Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि चमोली जिले में माणा गांव के निकट सीमा सड़क संगठन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन के कारण कई मजदूर दब गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मजदूरों को निकालने के लिए सभी एजेन्सियों की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
धामी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा , ‘‘ जनपद चमोली में माणा गांव के निकट बीआरओ द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।''
आपको बता दें कि आज श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुई हिमस्खलन की घटना के बारे में पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ, रिधिम अग्रवाल ने बताया कि माणा गांव, जिला चमोली के पास हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए। कमांडेंट BRO के अनुसार, अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं, जबकि 42 लापता है। एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त किए गए हैं। मौसम की स्थिति में सुधार होते ही एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से निकटतम उपलब्ध स्थान पर उतारा जाएगा।
इसी के साथ ही एसडीआरएफ (SDRF) एवं जिला प्रशासन द्वारा बीआरओ (BRO) एवं सेना के साथ समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ (SDRF) ड्रोन की टीम को भी तैयार रखा गया है। भारी बर्फबारी के कारण फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो पाया है। अब तक 5 और व्यक्तियों को निकाला गया है। जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 सामान्य स्थिति में हैं।
कुल श्रमिक - 57
अब तक सुरक्षित निकाले गए - 15
लापता - 42
प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।