Edited By Anil Kapoor, Updated: 06 Aug, 2025 12:44 PM
Uttrakhand News: उत्तरकाशी के धराली गांव में बीते मंगलवार को बादल फटने के कारण हुई भीषण तबाही के बाद वहां के हालात बहुत ही भयावह बने हुए हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोगों की चीख-पुकार और भगदड़ साफ सुनाई दे रही है। इस...
Uttrakhand News: उत्तरकाशी के धराली गांव में बीते मंगलवार को बादल फटने के कारण हुई भीषण तबाही के बाद वहां के हालात बहुत ही भयावह बने हुए हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोगों की चीख-पुकार और भगदड़ साफ सुनाई दे रही है। इस हादसे ने 2013 के केदारनाथ आपदा की यादें ताजा कर दी हैं।
चश्मदीद की आवाज: ‘सीटी बजाकर लोगों को बचाने की कोशिश की’
मिली जानकारी के मुताबिक, धराली के पास के मुखबा गांव के लोग भी इस दर्दनाक मंजर को देखकर दहल गए। मुखबा के 60 साल के स्थानीय निवासी सुभाष चंद्र सेमवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि दोपहर का समय था, हमने तेज पानी और पत्थर गिरने की आवाज सुनी। हम सभी बाहर निकले और धराली के लोगों को चेतावनी देने के लिए सीटी बजाई। हमने उनसे वहां से भागने को कहा, लेकिन पानी की तेजी इतनी थी कि कई लोग बह गए।

वीडियो में नजर आईं दहशत भरी दास्तानें
सेमवाल भावुक होकर बताते हैं कि उनकी आवाज सुनकर कई लोग होटलों से बाहर निकले, लेकिन वह पानी और मलबा उन्हें अपनी चपेट में ले गया। एक वायरल वीडियो में लोग डर के मारे भागते हुए और अपने रिश्तेदारों को फोन लगाते हुए नजर आते हैं। एक व्यक्ति कहता सुनाई देता है, “सब खत्म हो गया।”

राहत और बचाव कार्य में लगी सुरक्षा टीमें
धराली गंगोत्री की यात्रा का मुख्य स्टॉपओवर है, जहां कई होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे हैं। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। घटनास्थल से करीब 4 किलोमीटर दूर हर्षिल में सेना का कैंप है। सेना द्वारा जारी वीडियो में मलबे का विशाल ढेर साफ दिख रहा है। प्रशासन ने लोगों से आपदा प्रभावित इलाके से दूर रहने की अपील की है।

बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, कई जवान लापता
एसडीआरएफ सूत्रों के अनुसार, करीब 50 सैनिक राहत कार्यों में लगे हुए हैं। एनडीआरएफ की 4 टीमें और आईटीबीपी की 3 टीमें भी रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग दे रही हैं। राज्य और केंद्र सरकार इस आपदा पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। भारी बारिश के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगहों पर मलबा और बोल्डर गिरने से सड़कें बंद हो गई हैं। ब्रिज रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) युद्धस्तर पर नेशनल हाईवे खोलने का काम कर रही है। इस आपदा में आर्मी कैंप भी प्रभावित हुआ है और कई जवानों के लापता होने की खबरें हैं। भारी बारिश के कारण हेलीकॉप्टर से राहत कार्यों में भी कठिनाई हो रही है। धराली के खीरगंगा नदी में आई बाढ़ से हर्षिल हेलीपैड क्षेत्र में जलभराव हो गया है। उत्तरकाशी के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिससे लोग अपना इलाका छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।