Edited By Ramanjot, Updated: 22 Dec, 2024 02:04 PM
इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी उपस्थित थे। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ये नई सुविधाएं पिछले वर्ष रखी गई आधारशिला पर निर्मित की गई इमारत में उपलब्ध हैं। केंद्रीय मंत्री ने पश्मीना प्रमाणन केंद्र...
देहरादून: केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) ने शनिवार को भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) में पश्मीना प्रमाणीकरण के लिए उन्नत केंद्र तथा अगली पीढ़ी के डीएनए अनुक्रमण केंद्र का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी उपस्थित थे। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ये नई सुविधाएं पिछले वर्ष रखी गई आधारशिला पर निर्मित की गई इमारत में उपलब्ध हैं। केंद्रीय मंत्री ने पश्मीना प्रमाणन केंद्र (पीसीसी) का उद्घाटन किया और इसका पहला विशिष्ट पहचान बारकोड तथा प्रमाण पत्र जारी किया।
इसमें कहा गया है कि अगली पीढ़ी की डीएनए अनुक्रमण सुविधा (एनजीएस) एक क्रांतिकारी तकनीक है। इससे शोधकर्ताओं को आनुवंशिक विविधता, विकासवादी संबंधों और जनसंख्या स्वास्थ्य के बारे में गहन जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यादव ने कहा कि यह सुविधा भारत में वन्यजीव अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी कदम है।