Edited By Vandana Khosla, Updated: 15 Sep, 2024 12:28 PM
हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में से एक अद्भुत खबर सामने आ रही है। इसमें हरिद्वार में स्थित अखंड परमधाम आश्रम में रूस के दो नवयुवक जोड़ों ने भारतीय संस्कृति और धार्मिक विधि-विधान के साथ विवाह किया। इस दौरान संतों की उपस्थिति में हुए इस वैवाहिक...
हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में से एक अद्भुत खबर सामने आ रही है। इसमें हरिद्वार में स्थित अखंड परमधाम आश्रम में रूस के दो नवयुवक जोड़ों ने भारतीय संस्कृति और धार्मिक विधि-विधान के साथ विवाह किया। इस दौरान संतों की उपस्थिति में हुए इस वैवाहिक समारोह में बड़ी संख्या में विदेशी लोग मौजूद रहे।
दरअसल,सनातन संस्कृति के प्रति पाश्चात्य संस्कृति का प्रेम अक्सर देखने को मिलता है। ऐसा ही कुछ धर्मनगरी हरिद्वार में उस समय देखने को मिला जब जिले के अखंड परमधाम आश्रम में दो नवयुवक जोड़ों ने भारतीय संस्कृति के अनुसार विवाह किया। इस दौरान रूस से आए लोग बैंड बाजों की धुन पर जमकर नाचते हुए दिखाई दिए। वहीं इस मौके पर भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर हिन्दू धार्मिक विधि विधान के साथ विवाह के बंधन में बंधे दूल्हा दुल्हन ही नहीं, बल्कि उनके मित्र भी भारतीय संस्कृति के साथ इस लगाव पर खासे उत्साहित दिखाई दिए।
वहीं इस मौके पर रामजन्म भूमि न्यास ट्रस्ट के सदस्य स्वामी परमानंद ने कहा कि ये सनातनी आकर्षण है। जबकि महामण्डलेश्वर ज्योतिर्मयानंद कहते है कि पाश्चात्य संस्कृति में वैवाहिक जीवन की अल्पायु एक बाबत बड़ी समस्या है। इसलिए पूर्व में जिन विदेशी नागरिकों ने सनातनी परम्परा के साथ विवाह किया,उनका जीवन खुशहाल है। इसलिए उनसे प्रभावित होकर दूसरे विदेशी युवा हिन्दू रीति रिवाज से विवाह कर रहे है। वहीं इस मौके पर ट्रांसलेटर मारिया का कहना है कि भारतीय संस्कृति सेवा काफी प्रभावित हैं और यही वजह है कि उन्होंने हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से विवाह करने का निश्चय किया।