Edited By Vandana Khosla, Updated: 20 Jun, 2025 08:01 AM

देहरादूनः उत्तराखंड के पौड़ी जिले में बिजली की लाइन पर काम करते समय एक लाइनमैन की करंट लगने से मौत के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के एक अधिशासी अभियंता समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।...
देहरादूनः उत्तराखंड के पौड़ी जिले में बिजली की लाइन पर काम करते समय एक लाइनमैन की करंट लगने से मौत के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के एक अधिशासी अभियंता समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पौड़ी जिले के रिखणीखाल ब्लॉक स्थित वड्डाखाल क्षेत्र में मंगलवार देर शाम हुई इस घटना की शिकायत लैंसडाउन के विधायक महंत दिलीप सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की थी, जिसका त्वरित संज्ञान लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। संविदा पर कार्यरत अनिल नेगी (28) की करंट लगने से मृत्यु होने के मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए संबंधित उपखण्ड अधिकारी चंद्रमोहन, अवर अभियंता शुभम कुमार और अधिशासी अभियंता विनीत कुमार सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों और दायित्वों का भली-भांति निर्वहन करें तथा जनहित को सर्वोपरि रखते हुए त्वरित निर्णय और कार्रवाई करें। धामी ने कहा कि यदि कर्तव्यों और उत्तरदायित्वों के निर्वहन में किसी प्रकार की ढिलाई संज्ञान में आएगी तो संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्युत कार्यों के दौरान सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्यस्थल पर सभी जरूरी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से आग या तेज धारदार चीजें जैसे जोखिमपूर्ण उपकरणों के इस्तेमाल के समय संबंधित कर्मियों के पास हेलमेट, दस्ताने, सेफ्टी बेल्ट, इन्सुलेटेड औजार आदि सभी सुरक्षात्मक संसाधन मौजूद होने चाहिए।
धामी ने मामले में लापरवाही बरतने वाले सभी कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। धामी ने यूपीसीएल के उच्चाधिकारियों को भी इस संबंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और उनसे यह बताने को कहा कि विभाग के पास वर्तमान में कितने सुरक्षा उपकरण उपलब्ध हैं और क्या ये उपकरण कार्यस्थलों पर मौजूद कर्मचारियों तक प्रभावी रूप से पहुंच भी रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक कर्मचारी के जीवन और सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को क्षम्य नहीं माना जाएगा।