Edited By Nitika, Updated: 11 Apr, 2023 11:47 AM

चारधाम यात्रा के थाना श्रीनगर एवं देवप्रयाग क्षेत्र मुख्य पड़ाव हैं। देवप्रयाग-श्रीनगर से ही बद्रीनाथ केदारनाथ की यात्रा का संचालन होता है।
पौड़ी गढ़वाल(कुलदीप रावत): चारधाम यात्रा के थाना श्रीनगर एवं देवप्रयाग क्षेत्र मुख्य पड़ाव हैं। देवप्रयाग-श्रीनगर से ही बद्रीनाथ केदारनाथ की यात्रा का संचालन होता है। इस कारण यहां पर तैनात पुलिस बल की जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं, जिसके दृष्टिगत आगामी चारधाम यात्रा-2023 को सकुशल सम्पन्न करवाने के दृष्टिगत यात्रा में नियुक्त पुलिस कार्मिकों को यात्रा रूट पर तैनाती से पूर्व महिला थाना श्रीनगर में 2 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण के अन्तर्गत आपदा बचाव, पर्यटकों के साथ पुलिस का व्यवहार, Cardiopulmonary resuscitation (CPR), First Aid की जानकारी, ट्रैफिक नियमों की जानकारी तथा आपदा की स्थिति में रूट डायवर्जन आदि की जानकारी दी जा रही है।

2 दिवसीय प्रशिक्षण का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे द्वारा उद्धाटन किया गया। अधीक्षक द्वारा पुलिस कार्मिकों को पर्यटकों एवं आम जनता के साथ मित्र पुलिस की तरह व्यवहार कर उनकी हर सम्भव सहायता एवं सुरक्षा करने, आपदा की स्थिति में तैयारी की हालत में रहने हेतु के निर्देशित किया गया। साथ ही महोदया ने बताया कि आगामी चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस ने तैयारियां पुख्ता कर ली है। इस बार चारधाम मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ उपरोक्त 2 दिवसीय प्रशिक्षण देकर होमगार्ड एवं पीआरडी जवानों को भी तैनात किया जाएगा ताकि यात्रा के दौरान किसी भी श्रद्धालु/पर्यटक को कोई समस्या न हो। यात्रा ड्यूटी में नियुक्त पुलिस कार्मिकों, होमगार्ड एवं पीआरडी जवानों को अपने क्षेत्र के पेट्रोल पंपों, वाहनों के सर्विस सेन्टरों, पर्यटक स्थलों, पार्किगों, मन्दिरों आदि की जानकारी अवश्य रूप से होनी चाहिए।

चारधाम यात्रा के दौरान किसी आपदा की घटना घटित होने पर त्वरित कार्रवाई हेतु घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार देने, घायलों की सहायता करने, रॉक क्लाइबिंग, रेपलिंग, रिवर क्रॉसिंग, घायल व्यक्तियों को ऊंचाई वाले स्थानों से सुरक्षित निकलने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया। पर्यटकों के साथ सॉफ्ट स्किल के तहत मृदु भाषी रहते हुए उनको यथा सम्भव सहायता एवं सुरक्षा प्रदान करने के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। चारधाम यात्रा के दौरान दुर्घटना घटित होने पर जब किसी श्रद्धालु/पर्यटक को सांस लेने में दिक्कत हो या फिर वो सांस न ले पा रहा हो अथवा बेहोश जो जाए तो इस स्थिति में तत्काल प्राथमिक उपचार प्रदान करते हुए अस्पताल ले जाने तक CPR के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।

चारधाम यात्रा के दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना घटित होने पर श्रद्धालु/पर्यटक के घायल हो जाने पर अस्पताल ले जाने से पूर्व दिए जाने वाले प्राथामिक उपचार के सम्बन्ध में पुलिस कार्मिकों को First Aid (प्राथमिक उपचार) एवं घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद कैसे स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाना है और केसे खाई से निकालना है, की जानकारी दी गई।