Edited By Vandana Khosla, Updated: 02 Sep, 2024 05:01 PM
पौड़ीः उत्तराखंड के जनपद पौड़ी का विकासखंड थलीसैंण का सलोन गांव आलू उत्पादन का हब बनने जा रहा है। दरअसल, यहां जनपद का सबसे अधिक आलू का उत्पादन किया जाता है। इस थलीसैंण ब्लॉक में 320 हेक्टेयर भूमि के सापेक्ष 4762 मीट्रीक टन आलू उगाया जाता है। इसमें...
पौड़ीः उत्तराखंड के जनपद पौड़ी का विकासखंड थलीसैंण का सलोन गांव आलू उत्पादन का हब बनने जा रहा है। दरअसल, यहां जनपद का सबसे अधिक आलू का उत्पादन किया जाता है। इस थलीसैंण ब्लॉक में 320 हेक्टेयर भूमि के सापेक्ष 4762 मीट्रीक टन आलू उगाया जाता है। इसमें सबसे अधिक आलू का उत्पादन सलोन गांव में होता है।
जानकारी के अनुसार सलोन गांव की मिट्टी में सिलिका प्रचुर मात्रा में पाई जाती है जो कि आलू,प्याज,चुकंदर आदि फसलों के लिए सबसे उपयुक्त होती है। वहीं आलू का उत्पादन कर रहे काश्तकारों ने क्षेत्र में आलू को लंबे समय तक बचाए रखने के लिए जिला प्रशासन से कोल्ड स्टोरेज की मांग की है। सलोन के काश्तकार दिलीप सिंह व सहन सिंह ने बताया कि उनके क्षेत्र में लगभग सभी ग्रामीण आलू का उत्पादन करते है। लेकिन प्रत्येक वर्ष जंगली जानवर उनकी फसलों को खराब कर देते है। इसके साथ ही जिस फसल को वो जानवरों से बचा पाते है, यहां कोल्ड स्टोर की व्यवस्था न होने से फसल के खराब होने का खतरा लगातार बना रहता है।
जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी के मुताबिक जनपद में आलू की खेती की अपार संभावनाएं हैं। पौड़ी के सभी 15 ब्लॉकों में आलू की खेती होती है, लेकिन थलीसैंण ब्लॉक में आलू का उत्पादन अन्य ब्लॉकों के सापेक्ष काफी अधिक होता है। उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोर व घेर बाढ़ के लिए उन्हें जैसे ही जनप्रतिनिधि की ओर से प्रस्ताव मिलते हैं वैसे ही इसके ऊपर काम किया जाएगा।