Edited By Ramanjot, Updated: 05 Jul, 2024 01:38 PM
![recommendation to form religious endowments and pilgrimage council](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_7image_13_38_021948332unnamed-ll.jpg)
उत्तराखंड राज्य चारधाम यात्रा एवं मेलों के लिए प्रसिद्ध है। हर वर्ष सरकार को चारधाम यात्रा के संचालन एवं धार्मिक मेलों के प्रबंधन के लेकर बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी के चलते सरकार एक ऐसा प्राधिकरण बनाने की सिफारिश कर रही है जो राज्य...
देहरादून: उत्तराखंड राज्य चारधाम यात्रा एवं मेलों के लिए प्रसिद्ध है। हर वर्ष सरकार को चारधाम यात्रा के संचालन एवं धार्मिक मेलों के प्रबंधन के लेकर बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी के चलते सरकार एक ऐसा प्राधिकरण बनाने की सिफारिश कर रही है जो राज्य में होने वाली धार्मिक यात्राओं के सुगम संचालन तथा मेलों के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए पूरा वर्ष सक्रिय रहे। इस संबंध में प्राधिकरण का प्रारूप तैयार किए जाने को लेकर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण के गठन को लेकर रिपोर्ट तैयार कर सीएम धामी को सौंप दी है।
कमेटी द्वारा की सिफारिशें
मिली जानकारी के अनुसार, कमेटी ने चारधाम यात्रा के कुशल संचालन के लिए धर्मस्व एवं तीर्थाटन परिषद बनाने की सिफारिश की है। इसके अतिरिक्त समिति ने परिषद में तीन समितियां बनाने का भी सुझाव दिया है। इसमें एक समिति नीति नियोजन और मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बनाने का सुझाव है। दूसरी समिति विभागों के समन्वय के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनाए जाने की सिफारिश है। तीसरी कमेटी यात्रा के संचालन और निगरानी के साथ ही बेहतर प्रबंधन के लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में बनाने की सिफारिश की गई है।
समिति द्वारा दिए गए अन्य सुझाव
समिति ने कई अन्य सुझाव भी दिए हैं, जिनमें यात्रा मार्ग पर धारण क्षमता का आकलन किए जाने की भी सिफारिश की गई है। इसमें यातायात और पार्किंग के लिए व्यवस्था बनाने साथ ही यात्रियों के रजिस्ट्रेशन को लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तंत्र तैयार करने के भी सुझाव दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त यात्रा में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी एसओपी तैयार किए जाने की सिफारिश की गई है।