Edited By Vandana Khosla, Updated: 23 Dec, 2024 12:18 PM
देहरादूनः शीतकालीन चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने अपनी तैयारियों को चाक चौबंद करना शुरू कर दिया है। चुनौतियां जरूर है लेकिन उन चुनौतियों से कैसे निपटा जाए इसको लेकर भी लगातार खाका तैयार किया जा रहा है। साथ ही संवेदनशील इलाकों को चिन्हित...
देहरादूनः शीतकालीन चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने अपनी तैयारियों को चाक चौबंद करना शुरू कर दिया है। चुनौतियां जरूर है लेकिन उन चुनौतियों से कैसे निपटा जाए इसको लेकर भी लगातार खाका तैयार किया जा रहा है। साथ ही संवेदनशील इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है।
आईजी गढ़वाल रेंज राजीव स्वरूप ने जानकारी दी है कि शीतकाल के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिलती है। जिसमें कई मार्ग अवरुद्ध होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में संवेदनशील इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है ताकि शीतकालीन यात्रा के दौरान किसी भी श्रद्धालु को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इसके अतिरिक्त प्रशासनिक स्तर पर शीतकालीन यात्रा में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात करके यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा हैं।
बता दें कि शीतकाल में भगवान बद्रीनारायण पांडुकेश्वर स्थित योग-ध्यान बद्री मंदिर और जोशीमठ स्थित नरसिंह बद्री मंदिर में भक्तों को दर्शन देते हैं। वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने पर मां यमुना खुशीमठ के नाम से प्रसिद्ध खरसाली गांव में दर्शन देती है। जबकि गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो जाने के बाद मां गंगा हर्षिल के पास भागीरथी नदी के तट पर एक छोटे से गांव मुखबा में विराजमान होती हैं और अपने भक्तों को दर्शन देती हैं।