Edited By Ramanjot, Updated: 11 Jul, 2024 04:31 PM
हल्द्वानी: भगवान पुरुषोत्तम श्री कृष्ण जब चित्त में विराजते हैं, तब उनके प्रभाव से कलियुग के सारे पाप और द्रव्य तथा आत्मा के दोष नष्ट हो जाते हैं। हरि के नाम का जप और उनकी शरण में रहकर जीवन को एक नई दिशा मिलती है। हल्द्वानी की हर्षिका भी इस भक्ति...
हल्द्वानी: भगवान पुरुषोत्तम श्री कृष्ण जब चित्त में विराजते हैं, तब उनके प्रभाव से कलियुग के सारे पाप और द्रव्य तथा आत्मा के दोष नष्ट हो जाते हैं। हरि के नाम का जप और उनकी शरण में रहकर जीवन को एक नई दिशा मिलती है। हल्द्वानी की हर्षिका भी इस भक्ति में लीन हैं। इतना ही नहीं, भगवान श्रीकृष्ण के अटूट प्रेम में बंधी हर्षिका ने उन्हीं से शादी भी कर ली है।
बचपन से ही श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन रहती थी हर्षिका
दरअसल, हर्षिका पुत्री बागेश्वर निवासी पूरन चंद्र पंत वर्ष 2020 से हल्द्वानी में निवास कर रहे हैं। परिजनों के अनुसार, हर्षिका बचपन से ही भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन रहती थी। समय के साथ-साथ हर्षिका की श्रीकृष्ण के प्रति भक्ति और श्रद्धा लगातार बढ़ती गई। 10 साल की उम्र में उसने कान्हा के लिए करवाचौथ का व्रत रखना शुरू किया, जो कि अब उसकी प्रतिवर्ष की धार्मिक परंपरा बन चुकी है।
कान्हा से विवाह की इच्छा जताई तो परिवार ने दिया समर्थन
हर्षिका की श्रीकृष्ण के प्रति गहरी भक्ति के चलते उसने कान्हा से विवाह करने की इच्छा व्यक्त की जिसे उसके परिवार ने भी समर्थन दिया। परिवार वालों ने 1 जुलाई को प्रेम मंदिर वृंदावन में जाकर भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के साथ धार्मिक अनुष्ठान पूरा किया और फिर 3 जुलाई को हल्द्वानी वापस आकर शादी की रस्में निभाईं। इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान के साथ-साथ धूमधाम से महिला संगीत का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।