Edited By Vandana Khosla, Updated: 28 Aug, 2025 08:15 AM

नैनीतालः उत्तराखंड के नैनीताल में एक भवन में भीषण आग लगने से बुजुर्ग महिला की झुलसकर मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार घटना में जान गंवाने वाली महिला प्रसिद्ध इतिहासकार और पर्यावरणविद डॉ. अजय रावत की बहन थीं।
नैनीतालः उत्तराखंड के नैनीताल में एक भवन में भीषण आग लगने से बुजुर्ग महिला की झुलसकर मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार घटना में जान गंवाने वाली महिला प्रसिद्ध इतिहासकार और पर्यावरणविद डॉ. अजय रावत की बहन थीं।
पुलिस ने यहां बताया कि आग बुधवार रात मल्लीताल क्षेत्र में स्थित ओल्ड लंदन हाउस नाम की इमारत में लगी। अग्निशमन विभाग समेत कई एजेंसियों की टीम कड़ी मशक्कत के बाद रात दो बजे के आसपास आग पर काबू पा सकीं। इमारत में फंसे लोगों की जान बचाने के लिए तीन विभागों के 40 से अधिक कर्मी बचाव अभियान में जुटे रहे। डॉ. रावत ने बताया कि उनकी बहन शांता बिष्ट की आग में झुलसकर मृत्यु हो गई है। वह 82 वर्ष की थीं। इमारत के पास ही मोबाइल फोन की दुकान चलाने वाले विनोद कुमार वर्मा के अनुसार उन्होंने रात करीब 10 बजे धुआं निकलते देखा, जिसके तुरंत बाद आग की लपटें दिखाई देने लगीं। उन्होंने तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचना दी।
इस घटना की सूचना पर दमकल विभाग का एक वाहन मौके पर पहुंचा और आग बुझाने का प्रयास किया। हालांकि, उसके टैंक का पानी जल्द ही खत्म हो गया। जिसके बाद उसे दोबारा पानी भरने के लिए वापस भेज दिया गया। घटना के बाद अफरातफरी मच गई, लोग इमारत से निकलकर इधर-उधर भागते दिखाई दिए।
आपको बता दें कि ओल्ड लंदन हाउस इमारत 1863 में बनी थी, जब नैनीताल को यूनाइटेड प्रोविंस की ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में विकसित किया गया था। उस समय यहां कई शानदार इमारतें बनायी गई और यह भी उसी दौर में बनाई गई थी। यह इमारत प्रोफेसर अजय रावत की बहनों कमला रावत और शांता बिष्ट का आवास था। कमला रावत यहां मोहन लाल शाह बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य के तौर पर सेवानिवृत्त हुई थीं। 2020 में उनकी मौत भी आग में झुलसकर ही हुई थी।
बुधवार रात लगी आग के दौरान मृतक महिला के पुत्र निखिल बिष्ट अपनी मां को बचाने के लिए असहाय होकर चिल्लाते रहे और फिर बेहोश हो गए। निखिल बिष्ट ने 'बर्फी' समेत कई हिंदी फिल्मों में आर्ट निर्देशक के रूप में काम किया है और वह अपनी बुजुर्ग मां की देखभाल के लिए ही नैनीताल आकर रह रहे थे।