Edited By Vandana Khosla, Updated: 11 Apr, 2025 08:05 AM

हरिद्वारः उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में एक सर्कस कंपनी के मालिकों के खिलाफ पक्षियों के पंख काटने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
देहरादूनः उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में एक सर्कस कंपनी के मालिकों के खिलाफ पक्षियों के पंख काटने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सहायक पुलिस अधीक्षक कुश मिश्रा ने बताया कि ‘पीपुल्स फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया' द्वारा बुधवार को दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर एशियाड सर्कस के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी। शिकायत में एशियाड सर्कस के मालिकों पर पक्षियों के पंख काटकर उन्हें विकृत करने का आरोप लगाया गया है। ‘पेटा इंडिया' के ‘क्रूअलिटी रिस्पांस' समन्वयक वीरेंद्र सिंह द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है, ‘‘एशियाड सर्कस, जो फिलहाल लाल कुर्ती कैंटोनमैंट रूड़की में अपना सर्कस चला रहा है, वह अपने प्रदर्शन के लिए विदेशी लुप्तप्राय जंगली पक्षियों जैसे ‘मैका' और ‘कॉकटू' का उपयोग कर रहा है। इन पक्षियों के पंख काटकर उन्हें विकृत कर दिया गया है।'' ‘पेटा इंडिया' के प्रतिनिधियों ने छह अप्रैल को सर्कस का शो देखने के बाद शिकायत दर्ज कराई।
सिंह ने शिकायत में कहा, ‘‘प्रदर्शन के दौरान पक्षी काफी तनाव में लग रहे थे। उनमें स्पष्ट रूप से परेशानी के लक्षण दिखाई दे रहे थे, वे घबराहट में अपने पंख फड़फड़ा रहे थे और प्रदर्शन के दौरान भागने की कोशिश कर रहे थे।'' उन्होंने यह भी कहा कि पंख काटे जाने से ये पक्षी उड़ने में असमर्थ हो गए हैं जबकि स्वाभाविक और सामान्य रूप से उड़ना उनकी प्रकृति है। सिंह ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जब ‘एशियाड सर्कस' पर पशु कल्याण उल्लंघन का आरोप लगा हो। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2024 में एक बिल्ली ने एक पक्षी को मार डाला था क्योंकि संभवत: पंख कटे होने के कारण वह उससे बचने के लिए उड़ नहीं पाया।