Edited By Nitika, Updated: 18 Apr, 2024 11:14 AM
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, बर्मा (वर्तमान में म्यांमार) में भारतीय वायु सेना की कमान संभालने वाले फाइटर पायलट स्क्वाड्रन लीडर सरदार दलीप सिंह मजीठिया की पार्थिव देह उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में पंच तत्व में विलीन हो गई। उन्हें पूरे सैन्य सम्मान...
देहरादूनः द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, बर्मा (वर्तमान में म्यांमार) में भारतीय वायु सेना की कमान संभालने वाले फाइटर पायलट स्क्वाड्रन लीडर सरदार दलीप सिंह मजीठिया की पार्थिव देह उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में पंच तत्व में विलीन हो गई। उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने नई दिल्ली में बुधवार को उनके प्रति अपने श्रद्धा सुमन व्यक्त किए। श्री मजीठिया का जन्म 27 जुलाई, 1920 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। दो साल पहले ही उनकी पत्नी जान का निधन हुआ था। इनकी दो पुत्रियां किरण संधू और मीरा अकोई हैं। वर्तमान में उनकी आयु 103 वर्ष थी। उनका निधन सोमवार की देर रात हुआ।
वहीं मंगलवार की दोपहर उधम सिंह नगर के रुद्रपुर में पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। उनके निधन की सूचना जब उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बुद्धिजीवियों, उद्यमियों तथा शिक्षाविदों को मिली तब उनमें शोक व्याप्त हो गया। मजीठिया ने अपने जीवन के तकरीबन पचास साल गोरखपुर में ही व्यतीत किए थे।