Edited By Nitika, Updated: 24 Jul, 2024 11:53 AM
हल्द्वानीः उत्तराखंड के हल्द्वानी में जमीनी विवाद के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन बढ़ते मामलों को देखते हुए हल्द्वानी के सर्किट हाऊस में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने लैंड फ्रॉड कमेटी की बैठक ली है, जहां लैंड फ्राड के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए कमेटी...
हल्द्वानीः उत्तराखंड के हल्द्वानी में जमीनी विवाद के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन बढ़ते मामलों को देखते हुए हल्द्वानी के सर्किट हाऊस में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने लैंड फ्रॉड कमेटी की बैठक ली है, जहां लैंड फ्राड के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए कमेटी के सदस्यों को ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने और पूरी जांच पड़ताल के साथ मामले को निपटाने के दिशा-निर्देश दिए गए।
इस बैठक के बाद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि लैंड फ्रॉड कमेटी के सभी सदस्यों की उपस्थिति में 53 मामलों को सुना गया। इन मामलों में पहले तहसील स्तर से जांच भी कराई गई थी। इसके बाद कमेटी में इनको रखा गया था, जिसमें से लैंड फ्रॉड के 13 मामले ऐसे पाए गए हैं, जिसमें एफआईआर दर्ज की जाएगी। कमिश्नर दीपक रावत ने आगे कहा कि इन लैंड फ्रॉड मामलों में कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें जांच की और आवश्यकता है।
वहीं कुछ मामलों में ऐसे लोगों का खुलासा हुआ है, जो जमीनों का कारोबार तो जरूर कर रहे हैं लेकिन कागजों में उनका नाम नहीं है। जबकि पैसों का लेन देन उनके जरिए हो रहा है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है। कमिश्नर दीपक रावत ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जमीन खरीदने से पहले उसके कागज और उसकी दाखिल खारिज जरूर देख ले, तभी जाकर वह जमीन की खरीद फरोख्त करें। इसके अतिरिक्त तहसील से लेकर पटवारी और रजिस्ट्रार ऑफिस से भी जांच करवा ले तभी जाकर वह जमीन की खरीदारी करें।