Edited By Vandana Khosla, Updated: 21 Jun, 2025 11:17 AM

देहरादूनः अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उत्तराखंड के देहरादून स्थित पुलिस लाइन में योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का क्षेत्र योग और आध्यात्मिक परंपराओं का केंद्र रहा है। उन्होंने कामना की कि...
देहरादूनः अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उत्तराखंड के देहरादून स्थित पुलिस लाइन में योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का क्षेत्र योग और आध्यात्मिक परंपराओं का केंद्र रहा है। उन्होंने कामना की कि योग के प्रयोग से समस्त विश्व के निवासी स्वस्थ और प्रसन्न रहेंगे। उन्होंने कहा कि योग पूरी मानवता के लिए सांझी धरोहर बन चुका है।
द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि योग का अर्थ जोड़ना है। योग का अभ्यास व्यक्ति के शरीर, मन और आत्मा को जोड़ना तथा स्वस्थ बनाना है।उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से यह एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से, एक समुदाय को दूसरे समुदाय से और एक देश को दूसरे देश से जोड़ने का काम भी कर रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर 11वीं योग दिवस की थीम ‘‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य'' रखा गया है। उन्होंने कहा कि भारत की पहल पर योग से विश्व समुदाय का सम्मान बढ़ा है।
कहा कि दुनिया भर के लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि योग अभ्यास से समस्त विश्व के लोग स्वस्थ और प्रसन्न रहेंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आयोजन का प्रस्ताव स्वीकार किया और ये स्पष्ट किया कि योग सम्पूर्ण जनसंख्या को स्वस्थ बनाने के लिए लाभदायी रहेगा। इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड गुरमीत सिंह, वन मंत्री सुबोध उनियाल सहित विभिन्न स्कूलों के बच्चे, अधिकारी और अभिभावकों ने योगाभ्यास किया।