31 दिसंबर और 1 जनवरी को कैंची धाम में वाहनों पर प्रतिबंध, श्रद्धालुओं को शटल सेवा से बाबा के दर्शन के लिए भेजा जाएगा

Edited By Vandana Khosla, Updated: 23 Dec, 2024 10:07 AM

vehicles banned in kainchi dham on 31 december and 1 january

नैनीतालः यदि आप नव वर्ष की पूर्व संध्या यानी 31 दिसंबर और नव वर्ष यानी एक जनवरी के मौके पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध कैंची धाम बाबा नीब करौली के दर्शन की योजना बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है। नैनीताल पुलिस प्रशासन दोनों अवसरों पर पर्यटकों और...

नैनीतालः यदि आप नव वर्ष की पूर्व संध्या यानी 31 दिसंबर और नव वर्ष यानी एक जनवरी के मौके पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध कैंची धाम बाबा नीब करौली के दर्शन की योजना बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है। नैनीताल पुलिस प्रशासन दोनों अवसरों पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए चौकन्ना हो गया है और उसने भारी भीड़ और जाम की स्थिति से निपटने के लिए ठोस प्लान तैयार किया है। दोनों अवसरों पर कैंची धाम में वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालुओं को पृथक-पृथक मार्गों से शटल सेवा से कैंची धाम बाबा के दर्शन के लिए भेजा जाएगा।

पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ. जगदीश चंद्र की अगुवाई में रविवार को प्रशासन, पुलिस, यातायात तथा टैक्सी यूनियन, होटल प्रबंधकों, कैंची धाम मंदिर प्रबंधन के साथ सरकारी महकमों की बैठक हुई जिसमें अहम निर्णय लिए गए। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार हल्द्वानी-काठगोदाम-ज्योलिकोट-भवाली होते हुए कैंची धाम आने वाले वाहनों को नैनीबैंड द्वितीय, सेनेटोरियम भवाली रातीघाट बाईपास मार्ग तथा परिवहन पाकिर्ग भवाली में पार्क कराया जाएगा तथा शटल सेवा के माध्यम से कैंची धाम भेजा जाएगा। साथ ही अल्मोड़ा, बागेश्वर, रानीखेत, पिथौरागढ़ एवं पहाड़ी क्षेत्रों को जाने वाले वाहनों को रामगढ़ तिराहे से उनके गंतव्य को जाएगा। काठगोदाम-भीमताल होते हुए आने वाले वाहनों को विकास भवन भीमताल, फरसौली रोडवेज-रामलीला ग्राउंड, नगर पालिका ग्राउंड भवाली में पार्क कर शटल सेवा के माध्यम से कैंची धाम भेजा जाएगा।

वहीं, अल्मोड़ा, बागेश्वर, रानीखेत, पिथौरागढ़ के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों को जाने वाले वाहनों को खुटानी बैंड से उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। इसी प्रकार अल्मोड़ा-बागेश्वर और पहाड़ों से आने वाले हल्द्वानी जाने वाले वाहनों को क्वारब पुल से मोना-नथुवाखान-रामगढ़ तथा रानीखेत की ओर से हल्द्वानी जाने वाले वाहनों को रानीखेत पुल- क्वारब- मोना- नथुवाखान-रामगढ़ होते हुए हल्द्वानी भेजा जाएगा। अल्मोड़ा-बागेश्वर-रानीखेत तथा अन्य पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले वाहन पनीराम के ढाबे से आगे नहीं आ पाएंगे और श्रद्धालु वहां से पैदल कैची धाम पहुंचेंगे। 

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