Edited By Nitika, Updated: 31 Jul, 2024 03:52 PM
उधमसिंह नगर: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद के किच्छा में राशन घोटाले का जिन्न एक बार फिर से बोतल से बाहर आ गया है। किच्छा में राशन घोटाले की चर्चा सुर्खियां बन रही है। दरअसल, तत्कालीन डीएसओ ने खुद आरोपी होने के बावजूद मामले की जांच अपने ही...
उधमसिंह नगर: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद के किच्छा में राशन घोटाले का जिन्न एक बार फिर से बोतल से बाहर आ गया है। किच्छा में राशन घोटाले की चर्चा सुर्खियां बन रही है। दरअसल, तत्कालीन डीएसओ ने खुद आरोपी होने के बावजूद मामले की जांच अपने ही अधीनस्थों से करवा डाली और गलत आख्या तैयार कर डीएम के सामने पेश कर दी। वहीं डीएम उधम सिंह नगर ने इस मामले पर अनियमितता करार देते हुए मुख्य सचिव उत्तराखंड को एक पत्र भेज तत्कालीन डीएसओ पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संस्तुति की है।
डीएसओ ने अधीनस्थ कार्मिकों से झूठी रिपोर्ट करवाई तैयार
डीएम ऊधम सिंह नगर ने इस मामले में मुख्य सचिव को भेजे पत्र में कहा कि 29 जून को किच्छा के राशन डीलर पर लगाए जुर्माने का कोई आधार नहीं होने की आख्या भेजी गई थी। इसमें उन्होंने पूरी पत्रावली का अध्ययन किया था, जिसमें सामने आया कि तत्कालीन डीएसओ श्याम आर्या ने खुद एक जांच आख्या तैयार कर अपने अधीनस्थ कार्मिकों को दबाव में लेकर उनके सामने रखी थी। इस पर हस्ताक्षर करने वाले दो कार्मिकों के द्वारा लिखित रूप में भी इसकी जानकारी दी गई है। डीएम ने आगे लिखा कि श्याम आर्या के द्वारा खुद आरोपी होने के बावजूद अपने अधीनस्थ कार्मिकों से जांच करवाया जाना न्यायोचित नहीं है। इस मामले में भेजी गई आख्या का संज्ञान न लिया जाए। उन्होंने पूरे मामले में जांच के लिए कमेटी गठित की है। इस कमेटी की पूरी जांच आख्या मिलने पर उसे भेजा जाएगा। वहीं उन्होंने श्याम आर्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है।
जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कही ये बात
वहीं जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कहा कि इस मामले में एक बहुत उच्च स्तरीय कमेटी बना दी गई है। इस कमेटी के द्वारा मामले की डिटेल में जांच करने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि तमाम इतने बड़े सिस्टम में कई बार गलतियां या कमियां हो जाती है, लेकिन उसमें सुधार की गुंजाइश भी रहती है। फिलहाल पुरानी रिपोर्ट कैंसिल हो गई तो अब उसका कोई महत्व नहीं रह गया। अब कमेटी के द्वारा मामले की डिटेल में जांच करने के बाद तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
डीएसओ श्याम आर्या को पहले भी किया था निलंबित
बता दें कि वर्ष 2020 में सामाजिक कार्यकर्ता निखिलेश घरामी ने किच्छा के 12 राशन डीलर पर अधिकारियों से मिलकर कई क्विंटल राशन का गबन करने का मामला उठाया था। उपायुक्त खाद्य ने मामले की जांच की थी और तत्कालीन डीएसओ, किच्छा के पूर्ति निरीक्षक, 12 राशन डीलर से वसूली की संस्तुति की थी। इसके बाद दिसंबर 2022 में किच्छा एसडीएम ने जांच कर 4059 क्विंटल खाद्यान्न के घोटाले की संस्तुति की थी। एक डीलर की मौत हो गई थीं। एसडीएम ने 11 राशन डीलर के एक करोड़ नौ लाख, तत्कालीन डीएसओ से आठ लाख 42 हजार और पूर्ति निरीक्षक से आठ लाख 42 हजार की वसूली की संस्तुति की गई थी। इस दौरान डीएसओ श्याम आर्या को निलंबित कर दिया गया था लेकिन कुछ समय पहले वे फिर से पुरानी तैनाती उधम सिंह नगर जिले में आ गए थे। इधर किच्छा के तत्कालीन पूर्ति निरीक्षक ने रिकवरी की राशि जमा कर दी थी लेकिन दूसरे आरोपियों से रिकवरी नहीं होने पर वे हाईकोर्ट चले गए थे। कोर्ट के आदेश पर उनको जिले से हटा दिया गया था।