Edited By Nitika, Updated: 26 Aug, 2024 03:30 PM
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में गोपेश्वर स्थित जिला अस्पताल में एक महिला मरीज का चल रहा ऑपरेशन उस समय रोक दिया गया, जब मरीज की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। साथ ही मरीज को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों द्वारा परिजनों को सूचना मिलने के बाद उनके...
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में गोपेश्वर स्थित जिला अस्पताल में एक महिला मरीज का चल रहा ऑपरेशन उस समय रोक दिया गया, जब मरीज की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। साथ ही मरीज को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों द्वारा परिजनों को सूचना मिलने के बाद उनके होश उड़ गए। वहीं इसी बीच राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मरीज को हायर सेंटर तक पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
दरअसल, विकासखंड जोशीमठ के पोखनी गांव की 35 वर्षीय प्रमिला देवी पत्नी बाल सिंह डॉक्टर के पास परीक्षण के लिए गई थी। डॉक्टरों के द्वारा उसे बताया गया कि उनकी बच्चेदानी में समस्या है और उसका ऑपरेशन करवाना जरूरी है। इसके बाद निश्चित तारीख पर डॉक्टरों द्वारा प्रमिला का ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। ऑपरेशन के दौरान अचानक से प्रमिला देवी की हालत खराब होने लगी तो डॉक्टरों ने बीच में ही ऑपरेशन रोक दिया। साथ ही परिजनों को बताया कि यह ऑपरेशन अब उनके हाथ में नहीं है। ऐसे में परिजनों के हाथ-पांव फूल गए क्योंकि बरसात के चलते सड़कों की स्थिति खराब बनी हुई थी। इस स्थिति में बाल सिंह के जानकार संदीप भंडारी ने राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट को फोन पर पूरी घटना बताई। इसके बाद राज्यसभा सांसद द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रमिला को हायर सेंटर तक पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
वहीं इस मामले में गोपेश्वर जिला अस्पताल के सीएमएस अनुराग धनिक ने कहा कि मरीज का ऑपरेशन शुरू किया गया था। इस दौरान मरीज की गंभीर हालत व बिगड़ती तबीयत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त अगर मरीज का ऑपरेशन करने की कोशिश करते, तो मरीज की जान भी जा सकती थी।