Edited By Vandana Khosla, Updated: 09 Aug, 2025 08:08 AM

उत्तरकाशीः उत्तराखंड के आपदाग्रस्त धराली में शुक्रवार को राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उस समय अत्यंत भावुक हो गए। जब गुजरात से आई एक श्रद्धालु ने अपनी साड़ी के पल्लू को फाड़कर उससे उनकी कलाई पर राखी बांध दी। इस...
उत्तरकाशीः उत्तराखंड के आपदाग्रस्त धराली में शुक्रवार को राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उस समय अत्यंत भावुक हो गए। जब गुजरात से आई एक श्रद्धालु ने अपनी साड़ी के पल्लू को फाड़कर उससे उनकी कलाई पर राखी बांध दी। इस दृश्य को देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गई।
गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली धनगौरी बरौलिया अपने परिवार के साथ गंगोत्री दर्शन के लिए उत्तराखंड पहुंचीं थीं लेकिन पांच अगस्त को आई भीषण आपदा के कारण वे धराली में ही फंस गई। मार्ग अवरुद्ध होने और लगातार मलबा आने के कारण स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण है, लेकिन बचाव दलों ने बरौलिया और उनके परिवार को सुरक्षित निकाल लिया। बचाव एवं राहत कार्यों की निगरानी करने के लिए पिछले तीन दिनों से मुख्यमंत्री स्वयं क्षेत्र में मौजूद हैं और रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व जब वह प्रभावितों से मुलाकात करने पहुंचे तो बरौलिया ने उन्हें राखी बांध कर उन्हें और उनके परिवार को बाहर निकालने के लिए अपनी कृतज्ञता जताई। उन्होंने धामी को सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद भी दिया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में हर प्रभावित नागरिक के साथ है और हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। इस राखी को 'विशेष' बताते हुए मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर घटना का वीडियो साझा किया और कहा, ‘‘...एक बहन ने साड़ी का किनारा फाड़कर मेरी कलाई पर राखी के प्रतीक के रूप में बांधा तो मन अत्यंत भावुक हो उठा।'' धामी ने कहा, ‘‘न थाली, न चंदन, केवल एक कपड़े का टुकड़ा, लेकिन उसमें रिश्ते का सच्चा एहसास, सुरक्षा का वचन और मानवता का सबसे सुंदर रूप समाया था। उस राखी में एक बहन की प्रार्थना थी और एक भाई के कंधों पर आया एक नया दायित्व। यह कोई सामान्य राखी नहीं थी, यह थी भरोसे की, अपनत्व की, और उस रिश्ते की जो खून से नहीं, दिल से जुड़ता है।''