Edited By Vandana Khosla, Updated: 14 Jun, 2025 09:50 AM

देहरादूनः उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने जूडो कोच पर यौन उत्पीड़न के आरोप वाली याचिका पर अगली सुनवाई के लिए 16 जून की तारीख तय की है। इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी तथा न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय की खंडपीठ ने की।
देहरादूनः उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने जूडो कोच पर यौन उत्पीड़न के आरोप वाली याचिका पर अगली सुनवाई के लिए 16 जून की तारीख तय की है। इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी तथा न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय की खंडपीठ ने की।
मामले के अनुसार, देहरादून निवासी 19 वर्षीय प्रशिक्षु जूडो खिलाड़ी ने अपनी याचिका में कहा है कि वह जूडो-कराटे की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी है और देहरादून में पिछले सात साल से सविता गुरुंग से प्रशिक्षण ले रही है। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि 2024 में उसे भोपाल में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के लिए चुना गया। हालांकि, जूडो खिलाड़ी ने कहा कि उसे भोपाल जाने की अनुमति देने की बजाय सविता गुरुंग ने उसे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक अन्य प्रशिक्षक सतीश शर्मा के पास भेज दिया।
याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि 12 मार्च 2023 को प्रशिक्षण के दौरान सतीश शर्मा उसे अपने फार्म हाउस ले गया, गेट को बंद कर दिया और 'एक संदेश देने के बहाने' कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया। जूडो खिलाड़ी ने कहा कि जब उसने इसका विरोध किया तो प्रशिक्षक ने उसे उसका करियर तबाह करने तथा राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने की अनुमति न देने की धमकी दी। बाद में जब वह राष्ट्रीय खेलों में गई तो वह मानसिक आघात के कारण उसमें भाग ही नहीं ले पाई।
इस सिलसिले में देहरादून के रायपुर पुलिस थाने में 28 अप्रैल 2025 को एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसे देहरादून पुलिस द्वारा मुरादाबाद के भोजपुर पुलिस थाने को स्थानांतरित कर दिया गया। याचिका में शिकायतकर्ता ने मामले की एक समिति द्वारा जांच कराए जाने तथा आरोपी कोच को दंड देने की प्रार्थना की है।