Edited By Ramanjot, Updated: 05 Jul, 2024 10:18 AM
![from spraying crops to extinguishing forest fires drones will now help](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_7image_10_57_457401361uk1-ll.jpg)
उत्तराखंड में विभागों की मदद के लिए एक नई नीति लाई जा रही है जिसे ड्रोन नीति के नाम से जाना जाएगा। नई ड्रोन नीति के तहत जंगलो एवं घरों की आग बुझाने, फसलों पर छिड़काव,और आपदा में राहत सामग्री भेजने के काम ड्रोन की मदद से किए जा सकेंगे। इसके लिए सूचना...
देहरादून: उत्तराखंड में विभागों की मदद के लिए एक नई नीति लाई जा रही है जिसे ड्रोन नीति के नाम से जाना जाएगा। नई ड्रोन नीति के तहत जंगलो एवं घरों की आग बुझाने, फसलों पर छिड़काव,और आपदा में राहत सामग्री भेजने के काम ड्रोन की मदद से किए जा सकेंगे। इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी ने 23 ड्रोन कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया है।
मैपिंग के लिए सबसे ज्यादा 13 कंपनियां सूचीबद्ध
छह श्रेणियों यानि की मैपिंग, सर्विलांस, एग्रीकल्चर, ट्रेनिंग, फायर फाइटिंग और आपदा में राहत सामग्री भेजने आदि कामों में ड्रोन की मदद ली जा सकेगी। मैपिंग के लिए सबसे ज्यादा 13 कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया है। विभाग अपनी प्रॉपर्टी से लेकर अन्य मैपिंग संबंधी सभी काम इनमें से किसी भी कंपनी से करा सकती है। यह सभी कंपनियां विभिन्न प्रोजेक्ट की निगरानी आदि का काम कर सकेंगी। एग्रीकल्चर के लिए दो ड्रोन कंपनियां सूचीबद्ध हुई हैं, जिनकी मदद से फसलों पर छिड़काव से लेकर सभी कृषि संबंधी काम कराए जा सकते हैं।
अपने कामों को शीघ्र एवं कुशलतापूर्वक कर सकेंगे विभाग
वहीं ट्रेनिंग, फायर फाइटिंग और लॉजिस्टिक के लिए एक-एक कंपनी सूचीबद्ध की गई है। फायर फाइटिंग ड्रोन की मदद से जंगलों से लेकर घरों की आग बुझाने में मदद मिलेगी। लॉजिस्टिक ड्रोन कंपनी की मदद से राहत सामग्री एक जगह से दूसरी जगह भेजी जा सकेगी। अब विभाग 23 ड्रोन कंपनियों की सहायता से अपने कामों को शीघ्र एवं कुशलतापूर्वक कर सकेंगे।