Edited By Nitika, Updated: 16 May, 2024 04:19 PM
उत्तराखंड में हिमालय की उच्च पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर श्रद्वालुओं की सुरक्षा में तैनात राज्य और जिला स्तरीय आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ, डीडीआरएफ) और संभाग (सेक्टर) अधिकारी देवदूत की तरह मददगार...
रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में हिमालय की उच्च पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर श्रद्वालुओं की सुरक्षा में तैनात राज्य और जिला स्तरीय आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ, डीडीआरएफ) और संभाग (सेक्टर) अधिकारी देवदूत की तरह मददगार साबित हो रहे हैं।
चारधाम यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात बल दर्शन करने पहुंच रहे किसी तीर्थ यात्री का स्वास्थ्य खराब होने एवं घायल होने की स्थिति में मददगार साबित हो रहे हैं और बीमार या घायल श्रद्धालु को तत्काल यात्रा मार्ग में स्थापित चिकित्सा शिविर (एमआरपी) में उपचार हेतु पहुंचाया ही नहीं जा रहा है, बल्कि उनके जीवन को भी बचाया जा रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने गुरुवार सेक्टर अधिकारी, भीमबली के हवाले से बताया कि छोटी लिनचोली में एक यात्री का स्वास्थ्य अति खराब होने के कारण, चलने में असमर्थ होने की सूचना मिली।
इस पर यात्रा पड़ाव, भीमबली में तैनात डीडीआरएफ की टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर घायल यात्री को एमआरपी, छोटी लिनचोली से एमआरपी, भीमबली लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद यात्री को गौरीकुंड के लिए रैफर किया गया। उन्होंने बताया कि डीडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा उपचार हेतु गौरीकुंड लाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि उक्त यात्री की स्थिति सामान्य है। रजवार ने एक अन्य मामले की जानकारी देते हुए बताया कि भैंरों मंदिर के पास एक यात्री की अचानक तबियत खराब होने पर डीडीआरएफ की टीम जंगलचट्टी द्वारा यात्री का रेस्क्यू कर गौरीकुंड अस्पपाल उपचार हेतु पहुंचाया गया। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि गौरीकुंड गेट के ऊपर किसी यात्री द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला यात्री केदारनाथ दर्शन करने घोड़े से जा रही थी। महिला यात्री घोड़े से गिरने के कारण घायल हो गई, जिसे सूचना प्राप्त होते ही डीडीआरएफ की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर उक्त महिला (शकुतंला देवी उम्र 65 वर्ष निवासी इंदौर, मध्य प्रदेश) को स्ट्रेचर के माध्यम से गौरीकुंड लाया गया, जिसका चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार करने के बाद महिला को सोनप्रयाग चिकित्सालय के लिए रैफर किया गया।
आपदा प्रबंधन अधिकारी ने यह भी अवगत करवाया कि थारू कैंप के पास घोड़े की टक्कर से एक यात्री के घायल होने पर छोटी लिनचोली आरएमपी ले जाया गया, जहां उसे त्वरित उपचार दिलाया गया। व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक है। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग में तैनात सभी सुरक्षा बल की टीमें अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी कुशलता से करते हुए बीमार एवं घायल यात्रियों को सूचना प्राप्त होते ही तत्काल उपचार हेतु नजदीकी एमआरपी में पहुंचाकर यात्रियों को त्वरित गति से उपचार दिलाते हुए उनकी जान को बचाया जा रहा है।