Edited By Ramanjot, Updated: 08 Jun, 2025 12:10 PM

एनसीबी ने बताया कि लगभग 150 किलोग्राम मादक पदार्थ और फार्मास्युटिकल गोलियां जब्त की गई हैं। हरिद्वार स्थित सिडकुल (उत्तराखंड राज्य अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड) क्षेत्र में यह फैक्टरी बिना वैध लाइसेंस के संचालित हो रही थी। मादक पदार्थ...
Haridwar News: स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने शनिवार को कहा कि उसने छह महीने की लंबी जांच के तहत, उत्तराखंड के हरिद्वार में मादक पदार्थ तैयार करने वाली एक अवैध इकाई का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
फैक्टरी में भारी मात्रा में मादक पदार्थ बनाए जा रहे
एनसीबी ने बताया कि लगभग 150 किलोग्राम मादक पदार्थ और फार्मास्युटिकल गोलियां जब्त की गई हैं। हरिद्वार स्थित सिडकुल (उत्तराखंड राज्य अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड) क्षेत्र में यह फैक्टरी बिना वैध लाइसेंस के संचालित हो रही थी। मादक पदार्थ रोधी एजेंसी ने एक बयान में कहा कि यह पाया गया कि तस्करी के लिए फैक्टरी में भारी मात्रा में मादक पदार्थ बनाए जा रहे थे। शुक्रवार को इसका भंडाफोड़ किया गया।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी छापेमारी
एनसीबी अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चलाया गया यह अभियान, 9 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में 3.6 किलोग्राम कोडीन फॉस्फेट की गोलियां जब्त करने के साथ शुरू हुआ था। उन्होंने बताया कि इसके बाद दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी छापेमारी की गई, जिसमें 9.14 किग्रा अल्प्राजोलम, 2.36 किग्रा कोडीन फॉस्फेट, लगभग 10,000 मल्टीपल ब्रांड एनआरएक्स गोलियां, 1.38 किलोग्राम स्यूडोएफेड्रिन और 130.44 किग्रा कच्चा माल जब्त किया गया।
कई अन्य लोग एनसीबी की जांच के दायरे में
अधिकारियों ने बताया कि जांच के तहत अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कई अन्य लोग एनसीबी की जांच के दायरे में हैं। बयान में कहा गया है कि एनसीबी नशा मुक्त भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय मादक पदार्थ नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।