Edited By Vandana Khosla, Updated: 21 May, 2025 09:35 AM

पिथौरागढ़ः उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में धारचूला के पास टनकपुर-तवाघाट राजमार्ग पर स्थित ऐलागाड़ पुल पर कई बोल्डर (विशाल पत्थर) के गिरने से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के चार जवान घायल हो गए। जबकि सड़क के दोनों ओर 100 से ज्यादा वाहन फंस गए। जिनमें आदि...
पिथौरागढ़ः उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में धारचूला के पास टनकपुर-तवाघाट राजमार्ग पर स्थित ऐलागाड़ पुल पर कई बोल्डर (विशाल पत्थर) के गिरने से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के चार जवान घायल हो गए। जबकि सड़क के दोनों ओर 100 से ज्यादा वाहन फंस गए। जिनमें आदि कैलाश श्रद्धालुओं को ले जा रही गाड़ियां भी शामिल हैं।
गौरतलब हो कि सोमवार रात हुई घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे धारचूला के उपजिलाधिकारी मंजीत सिंह ने बताया कि नेपाल से भारत को जोड़ने वाले ऐलागाड़ झूला पुल पर जब रात नौ बजे बोल्डर गिरे, तो उस समय एसएसबी के ये चारों जवान ड्यूटी पर थे । उन्होंने बताया कि चारों घायलों महाजन मोहन रवींद्र, अजय कुमार, सुरेश चंद और शिवाजी कुमार को एसएसबी के सहायक कमांडेंट जुबैर अंसारी द्वारा तत्काल अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका उपचार किया जा रहा है। अंसारी ने बताया कि शाम छह बजे ऐलागाड़ पुल बंद हो जाने के बाद चारों सुरक्षाकर्मी वहीं सो रहे थे। उन्होंने बताया कि जख्मी हुए एक सुरक्षाकर्मी की स्थिति गंभीर है और धारचूला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने उसे निगरानी में रखा हुआ है जबकि तीन अन्य खतरे से बाहर हैं।
बोल्डर गिरने से सड़क के दोनों ओर 100 से ज्यादा वाहन फंसे गए। जिनमें आदि कैलाश श्रद्धालुओं के साथ ही भारत-चीन सीमा पर जा रहे सुरक्षा बलों के कर्मी और स्थानीय लोग शामिल हैं। धारचूला के उपजिलाधिकारी के अनुसार, मौके पर भारी मलबा जमा है। जिसे हटाने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मी जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि बोल्डर का आकार बहुत बड़ा है। लेकिन, बीआरओ अपनी पूरी क्षमता के साथ इन्हें जल्द हटाने का प्रयास कर रहा है।