Edited By Ramanjot, Updated: 15 Jun, 2025 05:51 PM

यशपाल आर्य ने जारी एक बयान में कहा कि दो मई को केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद यह पांचवीं दुर्घटना है। गत आठ मई को सबसे पहले गंगोत्री जा रहा हैलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और इसमें छह लोगों की मृत्यु हुई। तब से लगातार दुर्घटना सामने आ रही हैं। उन्होंने...
नैनीताल: उत्तराखंड कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Yashpal Arya) ने चारधाम यात्रा में लगातार हो रही हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Accident) पर गंभीर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सड़क से लेकर आसमान तक नियोजन और जवाबदेही में बुनियादी तौर पर कुछ गड़बड़ है जिसके चलते दुर्घटनाएं हो रही है। इसके लिए अब जवाबदेही तय होनी ही चाहिए।
यशपाल आर्य ने जारी एक बयान में कहा कि दो मई को केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद यह पांचवीं दुर्घटना है। गत आठ मई को सबसे पहले गंगोत्री जा रहा हैलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और इसमें छह लोगों की मृत्यु हुई। तब से लगातार दुर्घटना सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बार हादसे के बाद सरकार जागती है और फिर जांच का आदेश देकर सो जाती है। यदि सुधार नहीं हो रहा तो ऐसी जांच सिर्फ औपचारिकता बन जाती हैं।
"डीजीसीए के मानकों की अवहेलना की जा रही"
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए नौ कंपनियां हेलीकॉप्टर सेवा दे रही हैं। पहले ये हेलीकॉप्टर करीब 250 चक्कर रोजाना लगा रहे थे। पिछले दिनों नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इसमें लगभग 35 प्रतिशत कटौती कर दी थी। उसके बावजूद निर्धारित संख्या से कई गुना अधिक उड़ान प्रतिदिन भरी जा रही हैं। डीजीसीए ने यात्रियों की संख्या भी तय की है लेकिन आज जो हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, उसमें पायलट सहित छह लोग थे। उन्होंने सवाल किया कि क्या ज्यादा कमाई के लिए डीजीसीए के मानकों की अवहेलना की जा रही है।
"क्या यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता नहीं है?"
यशपाल आर्य ने आगे कहा कि यदि मौसम के बारे में पूर्वानुमान था तो उसका अनुपालन क्यों नहीं हुआ। साथ ही पिछली दुर्घटनाओं से क्या सबक लिए गए और उसके अनुरूप सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए थे? क्या यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता नहीं है? उन्होंने अंत में कहा कि लोगों की जिंदगी भगवान के भरोसे नहीं, सिस्टम की जिम्मेदारी पर होनी चाहिए और इसके लिए अब जवाबदेही तय होनी ही चाहिए।