Edited By Vandana Khosla, Updated: 02 Dec, 2024 11:21 AM
हरिद्वारः एक ओर पहाड़ी जिलों में गुलदार आतंक मचा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर मैदानी क्षेत्रो में जंगली हाथियों का आतंक का पर्याय बने हुए है। दरअसल, हरिद्वार के रिहायशी इलाकों में लगातार जंगली हाथियों के आने का सिलसिला जारी है। इसी बीच बीते रविवार को...
हरिद्वारः एक ओर पहाड़ी जिलों में गुलदार आतंक मचा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर मैदानी क्षेत्रो में जंगली हाथियों का आतंक का पर्याय बने हुए है। दरअसल, हरिद्वार के रिहायशी इलाकों में लगातार जंगली हाथियों के आने का सिलसिला जारी है। इसी बीच बीते रविवार को हरिद्वार के जमालपुर कला क्षेत्र में जंगली हाथियों का झुंड घुसने से हड़कंप मच गया। इसके चलते वन मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है।
ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही बहादराबाद तक पहुंचने लगे हाथी
दरअसल, बीते रविवार को हरिद्वार में एक बार फिर सात विशालकाय हाथियों ने जमालपुर कला क्षेत्र में नियमित गश्त कर अपनी दहशत कायम की है। इस दौरान सात हाथियों के झुंड के कालोनी में घुसते ही हड़कंप मच गया। गनीमत रही की जंगली हाथियों ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। थोड़ी देर गश्त करने के बाद हाथियों का झुंड वहां से निकल गया। बता दें कि बीते कुछ माह से रिहायशी इलाकों में हाथियों के आने को लेकर क्षेत्र में खौफ मचा हुआ है। जमालपुर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही अब ये जंगली हाथी बहादराबाद तक पहुंचने लगे है। हाल ही में राज्य के वन मंत्री ने भी इस घटना का संज्ञान ले अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है।
बस्तियों के चलते कॉरिडोर हुआ खत्म, करे तो क्या करे गजराज?
बता दें कि हरिद्वार में बस्तियों के चलते कोरिडोर खत्म हो गए है। ऐसे में लगातार आबादी वाले इलाकों में जंगली हाथियो की दस्तक जहां इन क्षेत्रों में रहने वालों के लिए बड़ा संकट है, तो वहीं वन महकमे के लिए इनसे निपटना बड़ी समस्या बना हुआ है। हरिद्वार रेंज के कर्मी लगातार पेट्रोलिंग कर आपात स्थिति से निपट रहे है, मगर समस्या बहुत बड़ी है। गंगा से सटे जंगलो से निकल, गन्ने व फसलों की चाह में ये गजराज यहां धमकते है। देहरादून में बैठे उच्च अफसरों को धरातल पर उतर खुद मोर्चा संभालना होगा। साथ ही हरिद्वार वन प्रभाग द्वारा भेजे गए हाथी रोधी दीवार व फेंसिंग को लेकर बजट जारी करना होगा। जितनी जल्दी यह कार्य होगा, तभी समस्या का निदान भी होगा।