उत्तराखंड में कल से शुरू होंगे 38वें राष्ट्रीय खेल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे शुभारंभ; करीब 10,000 खिलाड़ी लेंगे हिस्सा

Edited By Vandana Khosla, Updated: 27 Jan, 2025 05:07 PM

38th national games will start in uttarakhand from tomorrow

देहरादून: भारत के अधिकांश स्टार खिलाड़ी उत्तराखंड के सात स्थानों पर आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा नहीं लेंगे। लेकिन, मंगलवार को आधिकारिक उद्घाटन समारोह के साथ शुरू होने वाले खेलों में हजारों अन्य खिलाड़ियों को 32 खेलों में अपनी...

देहरादून: भारत के अधिकांश स्टार खिलाड़ी उत्तराखंड के सात स्थानों पर आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा नहीं लेंगे। लेकिन, मंगलवार को आधिकारिक उद्घाटन समारोह के साथ शुरू होने वाले खेलों में हजारों अन्य खिलाड़ियों को 32 खेलों में अपनी छाप छोड़ने का मौका मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेलों के उद्घाटन की घोषणा करेंगे और 18 दिवसीय राष्ट्रीय खेलों की शुरुआत करेंगे। इन खेलों में 38 टीम के करीब 10,000 खिलाड़ी और अधिकारी हिस्सा लेंगे। खिलाड़ियों की संख्या के लिहाज से यह दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिताओं में से एक है, हालांकि देश की अंतरराष्ट्रीय सफलता में इसकी प्रासंगिकता पर बहस हो सकती है। इस बार खेल उत्तराखंड के सात शहरों में आयोजित किए जाएंगे जिसमें देहरादून मुख्य आयोजन स्थल होगा।

14 फरवरी तक चलने वाले खेलों के अन्य आयोजन स्थल हरिद्वार, नैनीताल, हल्द्वानी, रुद्रपुर, शिवपुरी और नई टिहरी हैं। गोवा में 2023 में हुए पिछले राष्ट्रीय खेलों में पांच शहरों में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखंड के लिए विशेष महत्व रखती है क्योंकि राज्य अपने गठन की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। उत्तराखंड के राज्य पक्षी ‘मोनाल' से प्रेरित ‘मौली' खेलों का शुभंकर है जो इस क्षेत्र की अनूठी प्राकृतिक सुंदरता, विविधता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। राष्ट्रीय खेलों में एथलेटिक्स, तैराकी, निशानेबाजी, कुश्ती, बैडमिंटन, हॉकी, मुक्केबाजी, भारोत्तोलन, फुटबॉल, टेनिस और टेबल टेनिस जैसे ओलंपिक में शामिल सभी शीर्ष खेलों की स्पर्धाओं का आयोजन होगा। साथ ही कबड्डी और खो-खो जैसे कुछ पारंपरिक खेल भी शामिल होंगे। कलारीपयट्टू, योगासन, मल्लखंभ और राफ्टिंग प्रदर्शनी खेल होंगे जिनमें पदक नहीं दिया जाएगा।

निशानेबाजी को छोड़कर अन्य खेलों के अधिकांश शीर्ष सितारे विभिन्न कारणों से राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा नहीं ले रहे। दोहरी ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर और ईशा सिंह को छोड़कर पिछले साल पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले सभी निशानेबाज राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेंगे। स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और विजय कुमार जैसे ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाजी में चुनौती पेश करेंगे जबकि पूर्व एयर राइफल विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष बालासाहेब पाटिल अपने गृह राज्य महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे। कुल मिलाकर 364 निशानेबाज राष्ट्रीय खेलों में 29 टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे जिससे निशानेबाजी इन खेलों का मुख्य आकर्षण होगी। दोहरे ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा सहित शीर्ष ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी राष्ट्रीय खेलों से दूरी बना सकते हैं क्योंकि यह सत्र की शुरुआत है और उन्हें सितंबर में जापान में विश्व चैंपियनशिप के लिए अपनी शीर्ष स्थिति में रहना है।

गोवा में 2023 में हुए पिछले खेलों में महाराष्ट्र पदक तालिका में शीर्ष पर था और उन्हें 600 से अधिक खिलाड़ियों के विशाल दल का चयन करने के बाद इस बार भी अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद है। महाराष्ट्र ने पिछले खेलों में 230 पदक (82 स्वर्ण, 68 रजत, 80 कांस्य) जीते थे। सेना की टीम 124 पदक (65 स्वर्ण, 27 रजत, 32 कांस्य) के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। तीन वर्ष में तीन राष्ट्रीय खेलों का आयोजन लंबे अंतराल के बाद इस बहु-खेल आयोजन के पुनरुद्धार को चिह्नित करता है। गोवा में 2022 खेलों से पहले केरल ने 2015 में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की थी। मेघालय अगले राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने के लिए तैयार है और आने वाले महीनों में इसकी घोषणा होने की संभावना है। 

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