Edited By Nitika, Updated: 13 Jun, 2023 02:22 PM

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील करते हुए कहा कि उत्तरकाशी जिले में सांप्रदायिक तनाव को लेकर राज्य में मुसलमानों में अपनी सुरक्षा को लेकर जो डर है उसे दूर किया जाए। पिछले महीने अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति समेत दो...
देहरादूनः उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील करते हुए कहा कि उत्तरकाशी जिले में सांप्रदायिक तनाव को लेकर राज्य में मुसलमानों में अपनी सुरक्षा को लेकर जो डर है उसे दूर किया जाए। पिछले महीने अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति समेत दो लोगों द्वारा एक हिंदू लड़की को भगा ले जाने के नाकाम प्रयास के बाद से पुरोला और जिले के कुछ अन्य शहरों में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को एक ठोस आश्वासन देना चाहिए जो राज्य में मुसलमानों के जीवन और संपत्ति के बारे में सुरक्षा की भावना को बहाल करने में मदद करे। उत्तरकाशी और कुछ अन्य जगहों पर जो हो रहा है वह चिंता का कारण है।'' लड़की को भगा ले जाने की घटना के बाद तनाव के चलते पुरोला में 26 मई से मुस्लिमों की 42 दुकानें बंद हैं। मुस्लिम की दुकानों पर अज्ञात लोगों द्वारा पोस्टर चिपकाए गए थे, जिसमें कहा गया था कि वे 15 जून को पुरोला में हिंदू संगठनों द्वारा बुलाई गई महापंचायत से पहले शहर छोड़ दें या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शम्स ने कहा कि वह जल्द ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक शहजाद (लक्सर) और सरवत करीम अंसारी (मंगलौर) समेत मुस्लिम नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को हालात से अवगत करवाने के साथ राज्य के कुछ हिस्सों में व्याप्त तनाव को कम करने के लिए तत्काल उपाय का अनुरोध किया जाएगा। मुस्लिम के अधिकारों के लिए लड़ने वाले संगठन मुस्लिम सेवा संस्थान (एमएसएस) ने भी 18 जून को देहरादून में महापंचायत बुलाई है ताकि राज्य सरकार का ध्यान पुरोला में प्रशासन की विफलता और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के ‘‘सामूहिक पलायन'' की ओर आकर्षित किया जा सके।
एमएसएस के अध्यक्ष नईम कुरैशी ने कहा, ‘‘हम मुख्यमंत्री को उनकी संवैधानिक शपथ की याद दिलाना चाहते हैं। वह न केवल बहुसंख्यकों के बल्कि अल्पसंख्यकों के भी मुख्यमंत्री हैं। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पुलिस निष्पक्ष तरीके से काम करे और दोनों पक्षों के शरारती तत्वों के खिलाफ कड़े कदम उठाए।'' उन्होंने पुरोला से मुसलमानों के ‘‘पलायन'' पर चुप्पी को लेकर कांग्रेस की भी आलोचना की। लड़की को भगाने की नाकाम कोशिश की खबरें फैलने के बाद पुरोला समेत बारकोट, गंगोत्री, भटवाड़ी, डुंडा, गौचर, नैनबाग और रानीखेत सहित अन्य शहरों में भी तनाव फैल गया, जहां हिंदुत्व संगठनों ने ‘‘लव जिहाद'' के खिलाफ बैठकें की हैं। बढ़ते तनाव के कारण कई मुस्लिम व्यापारियों ने कथित तौर पर पुरोला छोड़ दिया। इनमें भाजपा के उत्तरकाशी जिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मोहम्मद जाहिद भी हैं, जो पहाड़ी शहर में एक कपड़े की दुकान चलाते हैं।