Edited By Nitika, Updated: 01 Jun, 2024 07:09 PM
![senior officials were deployed to control the increasing number of tourists](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_19_08_196730204blue1-ll.jpg)
चारधाम की तरह ही पर्यटक नगरी नैनीताल एवं प्रसिद्ध कैंची धाम में पर्यटकों एवं यातायात पर नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी वंदना ने संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) के साथ ही उच्चाधिकारियों को मोर्चे पर लगाया है। मैदानी क्षेत्रों में बढ़ रहे तापमान के चलते इन...
नैनीतालः चारधाम की तरह ही पर्यटक नगरी नैनीताल एवं प्रसिद्ध कैंची धाम में पर्यटकों एवं यातायात पर नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी वंदना ने संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) के साथ ही उच्चाधिकारियों को मोर्चे पर लगाया है। मैदानी क्षेत्रों में बढ़ रहे तापमान के चलते इन दिनों सरोवर नगरी नैनीताल और कैंची धाम में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं।
हालात यह है कि यहां बुनियादी सुविधाएं बेहद कम पड़ रही हैं। परिणामस्वरूप नैनीताल शहर और उसके आसपास के क्षेत्र में और कैंची धाम को जोड़ने वाले भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमेशा भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है। हालत यह है कि नैनीताल में पार्किंग फुल होने के बाद जिला प्रशासन को मजबूरी में पर्यटक वाहनों को शहर से बाहर हल्द्वानी और रामनगर रोड पर रोकना पड़ रहा है। यहां से शटल सेवा से पर्यटकों को नैनीताल शहर में प्रवेश करवाया जा रहा है। इससे पर्यटक में खासा रोष देखा जाता है और कई बार वह पुलिस और प्रशासन पर अपनी भड़ास निकालने से बाज नहीं आते हैं।
पर्यटकों की बड़ी तादाद को देखते हुए अब डीएम वंदना ने आरटीओ को जून महीने तक नैनीताल शहर में कैम्प करने को कहा है तथा कैंची धाम और नैनीताल शहर में यातायात के प्रवर्तन की जिम्मेदारी सौंपी है। यही नहीं रूसी बाईपास और नारायण नगर पार्किंग में वाहनों और पर्यटकों की व्यवस्था संभालने के लिए डीएम ने जिला पूर्ति अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, सहायक प्रबंधक कोऑपरेटिव, अघिशासी अभियंता लघु सिंचाई, उप निदेशक रेशम, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी, उप श्रमायुक्त हल्द्वानी, जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक), परियोजना अधिकारी (उरेडा), सहायक निदेशक मत्स्य, अधिकारी अधिकारी जमरानी बांध, खंड विकास अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी को मैदान में उतारा है।
ये अधिकारी पूरे जून अंत तक पूरी तरह से मुस्तैद होकर पर्यटन व्यवस्था संभालेंगे। डीएम ने साफ-साफ कहा है कि कर्तव्य में लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।