Edited By Ramanjot, Updated: 02 Sep, 2023 09:29 AM

धामी ने पाञ्चजन्य संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की उपस्थिति में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में हरिद्वार और चार धाम की यात्रा पर आने वालों की संख्या में हर साल उत्तरोत्तर वृद्धि...
ऋषिकेश: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि गंगा के तट पर ऋषिकेश-हरिद्वार गंगा कॉरिडोर विकसित किया जाएगा तथा यमुना के तट पर विलुप्त तीर्थ हरिपुर को हरिद्वार की तरह पुन: बसाया जाएगा।
धामी ने पाञ्चजन्य संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की उपस्थिति में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में हरिद्वार और चार धाम की यात्रा पर आने वालों की संख्या में हर साल उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद लोगों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। इसलिए इस क्षेत्र की वहन क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की तर्ज पर यहां एक विशाल ऋषिकेश-हरिद्वार गंगा कॉरीडोर का निर्माण आने वाले 25 साल के जरूरत को ध्यान में रखते हुए करेगी ताकि लोग बिना किसी जाम या भीड़भाड़, यहां आ सकें।
धामी ने यह भी कहा कि किसी समय यमुना नदी के तट पर हरिद्वार की तरह एक बड़ा तीर्थ हरिपुर हुआ करता था जो अब नहीं है। राज्य सरकार हरिपुर को फिर से बसाएगी और आने वाली श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन इसका शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चार धाम यात्रा केदार खंड के अंतर्गत होती है। इसी तरह से कुमाऊं में कैलास क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मानस खंड के तीर्थस्थलों का विकास किया जा रहा है तथा भविष्य में मानस खंड यात्रा भी आरंभ की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैलाश यात्रा के लिए टनकपुर पिथौरागढ़ धारचूला होकर लिपुलेख तक सड़क करीब करीब बन गई है। जटिल भौगोलिक संरचना के कारण 200 मीटर दूरी के लिए पांच किलोमीटर सड़क बनानी पड़ रही है। इसके पूरा होने पर कैलाश पर्वत के दर्शन भी हो सकेंगे।