Edited By Vandana Khosla, Updated: 02 Jul, 2025 08:10 AM

पिथौरागढ़ः उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में चार लोगों के बहने संबंधी घटना को जिला प्रशासन ने मंगलवार को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) दो अभियंताओं के वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने इस घटना को लेकर आज एक...
पिथौरागढ़ः उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में चार लोगों के बहने संबंधी घटना को जिला प्रशासन ने मंगलवार को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) दो अभियंताओं के वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने इस घटना को लेकर आज एक आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक में सभी उपजिलाधिकारी, लोनिवि, आपदा प्रबंधन और पीएम जेएसवाई के अधिकारी शामिल रहे।
उपजिलाधिकारी मुनस्यारी वैभव काण्डपाल ने बताया कि इस हादसे के शिकार चार लोग घायल हो गए। जिनमें से एक की स्थिति गम्भीर है। लोनिवि डीडीहाट के सहायक अभियंता मनोज नाथ ने बताया कि ट्राली में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और अपने साथ लकड़ियां भी साथ ले जा रहे थे। भार अधिक होने के कारण गरारी टूट गई। चारों लोग बह गए। चारों किसी तरह किनारे लगे। जिलाधिकारी ने इस हादसे के लिए डीडीहाट लोनिवि को जिम्मेदार ठहराते हुए सहायक अभियंता (एई) मनोज नाथ और जूनियर अभियंता गौरव चंद का अग्रिम आदेश तक वेतन लेने पर रोक लगा दी और दोनों से स्पष्टीकरण मांगा है।
जेई के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को एक पत्र प्रेषित किया गया है। साथ ही अधिशासी अभियंता (ईई)आशुतोष से भी स्पष्टीकरण मांगा है। यही नहीं जिलाधिकारी ने अस्कोट और डीडीहाट के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि उनके क्षेत्र में नदियों पर जितनी भी ट्राली और झूला पुल हैं, सभी की जांच तीन दिन में सुनिश्चित की जाए और जांच प्रमाण पत्र पेश किया जाए। उन्होंने मुनस्यारी, डीडीहाट और धारचूला के एसडीएम को भी सख्त निर्देश दिए और कहा कि तीन दिन में जांच प्रमाण पत्र पेश करें। उन्होंने सभी जगहों में डिस्पले बोर्ड भी लगाने के निर्देश दिए। जिन पर साफ साफ दिशा-निर्देशों का उल्लेख हो।
गौरतलब है कि सोमवार को मुनस्यारी तहसील के रिलकोट में चार ग्रामीण ट्राली से नदी पार कर रहे थे। बीच नदी में जाकर गरारी टूट गई और विजय सिंह रावत, गंगा राम, दीवान राम व नकुल सिंह नदी में जा गिरे। कुछ दूर तक चारों बहते चले गए और बमुश्किल चारों की जान बच पाई।