Edited By Nitika, Updated: 16 Aug, 2024 01:30 PM
ऋषिकेशः सरकारी धन की बर्बादी कैसे की जाती है, इसकी बानगी विधानसभा यमकेश्वर के नगर पंचायत स्वर्ग आश्रम जौंक में देखी जा सकती है। हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक को क्षेत्र में साफ-सफाई व स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लाखों...
ऋषिकेशः सरकारी धन की बर्बादी कैसे की जाती है, इसकी बानगी विधानसभा यमकेश्वर के नगर पंचायत स्वर्ग आश्रम जौंक में देखी जा सकती है। हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक को क्षेत्र में साफ-सफाई व स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लाखों रुपए के ई-रिक्शा दिए गए। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से कूड़ा उठाने के लिए दिए गए ई-रिक्शा खुद कबाड़ बनकर रह गए हैं।
दरअसल, हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक के क्षेत्र में साफ-सफाई के लिए 6 ई रिक्शा दिए गए हैं। बताया गया कि कुंभ मेला में नगर पंचायत को दिए गए एक ई-रिक्शा की कीमत करीब ढाई लाख रुपए है। नगर पंचायत को दिए गए 6 ई-रिक्शा की कीमत 15 लाख रुपए हुई। दुख की बात यह है कि इनका उपयोग नहीं किया गया है। एक बड़ा सवाल यह है कि 2021 से अब तक इन ई-रिक्शा को कूड़ा उठाने के लिए उपयोग क्यों नहीं किया गया। 6 ई-रिक्शा में से केवल 1 ई-रिक्शा ही काम में इस्तेमाल करने के लायक है। जबकि 5 रिक्शों में से किसी की मोटर खराब तो किसी का टायर फटा हुआ है।
वहीं इस मामले में नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक अधिकारी ने कहा कि कुंभ मेले में आए सामान का पूरी तरह से इस्तेमाल होना चाहिए। निकाय परिसर में जो खराब ई-रिक्शा वाहन खड़े हैं, उनकी मरम्मत करवाकर सदुपयोग किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जो ई-रिक्शा चलने लायक होगा, उसका निकाय क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाएगा।