Edited By Vandana Khosla, Updated: 21 Nov, 2024 11:36 AM
चमोलीः उत्तराखंड में जोशीमठ के औली परसारी रोड पर भालू के बच्चे का सिर अचानक एक कनस्तर में फंस गया। वहीं, इस घटना की सूचना पर वन विभाग ने जाल बिछाकर वन्य जीव का सिर कनस्तर से बाहर निकाला। कनस्तर से सिर बाहर आते ही भालू का बच्चा जंगल में भाग गया।...
चमोलीः उत्तराखंड में जोशीमठ के औली परसारी रोड पर भालू के बच्चे का सिर अचानक एक कनस्तर में फंस गया। वहीं, इस घटना की सूचना पर वन विभाग ने जाल बिछाकर वन्य जीव का सिर कनस्तर से बाहर निकाला। कनस्तर से सिर बाहर आते ही भालू का बच्चा जंगल में भाग गया। दरअसल,जहां पर भालू का सिर कनस्तर में फंसा हुआ था, उसके आसपास काफी होटल हैं। बताया गया कि पर्यटक सड़क पर अंधेरा होने तक घूमते रहते हैं। वहीं, कास्तकार भी आसपास के खेतों व जंगल में काम करने के लिए आते जाते रहते हैं। ऐसे में क्षेत्र में भालू आदि के दिखने से लोगों के लिए खतरा बना रहता है।
बता दें कि नगर जोशीमठ के विविध भागों में एक मादा भालू एवं उसके दो बच्चों का पिछले डेढ़ महीने से आतंक बना हुआ है। भालू तीन ग्रामीणों को अभी तक घायल कर चुका है। ग्रामीण मनोज रावत ने बताया कि इन तीनों भालुओं ने पिछले कई दिनों से परसारी औचा में आतंक मचा रखा है। बताया गया कि आये दिन परसारी रोड पर बने हुए विविध होटल स्वामियों के द्वारा बाहर फेंके कूड़े करकट को खाने भालू यहां पहुंच रहे हैं। जिससे ग्रामीणों व पर्यटकों के लिए खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अब दिसंबर शुरू होते ही औली में पर्यटकों की चहल पहल बढ़ जाती है व अधिकांश होटल परसारी रोड में होने के कारण यहां पर्यटक अधिक ठहरते हैं।
वहीं,सूत्रों के अनुसार फंसे हुए भालू की उम्र डेढ वर्ष के आसपास है व अपने बच्चे का सिर कनस्तर में फंसने के बाद मादा भालू जंगलों में ही गुस्साई घूम रही थी। वन विभाग की टीम ने बीते बुधवार की देर सायं साढ़े तीन बजे के बाद फंसे भालू के बच्चे के उपर जाल फैंक कर उसका सिर कनस्तर से छुड़ाया। जिसके बाद भालू जंगलों की ओर भाग गया।