Edited By Vandana Khosla, Updated: 30 Jul, 2025 03:44 PM

देहरादूनः हाल ही में धर्मनगरी हरिद्वार स्थित मां मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के दौरान, आठ व्यक्तियों की मृत्यु और तीस लोगों के घायल होने के बाद शासन और प्रशासन दोनों चुस्त हो गए हैं। अब धार्मिक स्थलों का मास्टर प्लान तैयार करने के आदेश निर्गत कर दिए...
देहरादूनः हाल ही में धर्मनगरी हरिद्वार स्थित मां मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के दौरान, आठ व्यक्तियों की मृत्यु और तीस लोगों के घायल होने के बाद शासन और प्रशासन दोनों चुस्त हो गए हैं। अब धार्मिक स्थलों का मास्टर प्लान तैयार करने के आदेश निर्गत कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए निर्देश दिए है।
सभी तीर्थ स्थलों के लिए बनाया जाएगा मास्टर प्लान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में प्रति वर्ष करोड़ों तीर्थ यात्री आते हैं। इसलिए तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए सभी तीर्थ स्थलों का मास्टर प्लान बनाया जाएगा। तीर्थ स्थलों के आस पास जनसुविधाएं विकसित करते हुए, यात्रा को ज्यादा सुव्यवस्थित किया जाएगा। सीएम धामी के निर्देश पर प्रमुख सचिव, आरके सुधांशु ने सचिव, पर्यटन को सभी धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण, प्रवेश- निकास व्यवस्था सहित अन्य जरूरी सुविधाएं जुटाने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में मची थी भगदड़
उल्लेखनीय है कि विगत 27 जुलाई को हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में हुई दुखद दुर्घटना के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने मौका मुआयना कर, स्थिति का जायजा लिया था। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को राज्य के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए विस्तृत मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मंगलवार देर शाम प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री, आरके सुधांशु ने सचिव, पर्यटन को आदेश जारी करते हुए, जल्द से जल्द इस दिशा में कार्रवाई शुरु करने के निर्देश दिए हैँ।
इसमें खासकर ऐसे तीर्थ स्थलों को शामिल किया जाएगा, जहां ज्यादा तीर्थ यात्री आते हैं। मास्टर प्लान के निर्माण और इसके क्रियान्वयन में दोनों मंडलों के मंडलायुक्तों का विशेष तौर पर सहयोग लेने के लिए कहा गया है। साथ ही स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि यदि तीर्थ स्थलों के मार्गों पर अवैध अतिक्रमण हुआ है तो उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हटाया जाए।