Edited By Vandana Khosla, Updated: 16 Apr, 2025 08:44 AM

ऋषिकेशः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांचवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने संस्थान में कई...
ऋषिकेशः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांचवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने संस्थान में कई स्वास्थ्य सेवाओं का लोकार्पण भी किया। समारोह में कुल 434 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। नड्डा ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश के प्रत्येक गरीब व्यक्ति को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने देश भर के एम्स संस्थानों की चिकित्सा शिक्षा और सेवाओं में उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि इस सदी की शुरुआत तक भारत में केवल एक एम्स था, वहीं आज, देश में 22 एम्स संचालित हो रहे हैं।
जेपी नड्डा ने मेडिकल छात्रों को निस्वार्थ कार्य हेतु प्रोत्साहित किया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज देश भर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो रहे हैं। जो स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित विभिन्न सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 101 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब देश भर में कुल 780 मेडिकल कॉलेज हैं। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस सीटों में 130 प्रतिशत और पीजी सीटों में 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने मेडिकल छात्रों को करुणा, ईमानदारी और समर्पण के साथ अपने काम को बिना किसी स्वार्थ के करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकार प्रत्येक एमबीबीएस छात्र पर 30-35 लाख रुपये खर्च करती है। उन्होंने नए डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे अपने पेशेवर करियर की शुरुआत में अधिक जिम्मेदारियां उठाएं।
नड्डा ने 10 मेडिकल छात्रों को स्वर्ण पदक और डिग्री प्रदान की
इस दौरान नड्डा ने संस्थान की चिकित्सा सेवाओं को बढ़ाने के लिए कई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया। जिनमें आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पीईटी स्कैन मशीन, रेडियोलॉजी विभाग में पीएसीएस सुविधा और बाल चिकित्सा देखभाल में उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री ने दीक्षांत समारोह में एमबीबीएस, डीएम, एमएससी नर्सिंग, बीएससी नर्सिंग और बीएससी संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान कार्यक्रमों के 10 मेडिकल छात्रों को स्वर्ण पदक और डिग्री प्रदान की। समारोह में 98 एमबीबीएस छात्र, 95 बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग छात्र, 54 बीएससी संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान छात्र, 109 एमडी/एमएस/एमडीएस छात्र, 17 एमएससी नर्सिंग छात्र, एक एमएससी मेडिकल संबद्ध छात्र, 12 मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ छात्र, 40 डीएम/एमसीएच छात्र और 8 पीएचडी छात्र सहित कुल 434 छात्र शामिल थे।
सीएम धामी ने मंत्री जेपी नड्डा का आभार व्यक्त किया
वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले 10 साल में देश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार हुआ है। देशभर में एम्स की स्थापना करना हो, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति-2017 को लागू करना हो, आयुष्मान भारत योजना हो या फिर मेडिकल कॉलेजों में सीटों में बढ़ोतरी करना हो, अनेक योजनाओं एवं नीतियों के माध्यम से भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था को एक नई ऊंचाई प्रदान की गई है। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास के लिए निरंतर सहयोग देने पर उन्होंने मंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, लोकसभा सांसद अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण, सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, बृज भूषण गैरोला, अध्यक्ष, एम्स, प्रो. सिमरन नंदी, निदेशक प्रो. मीनू सिंह, प्रो. जया चतुर्वेदी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।