Edited By Nitika, Updated: 15 Nov, 2023 04:37 PM

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पिथौरागढ़ के ऐतिहासिक जौलजीवी मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जौलजीबी मेला भारत और नेपाल की साझा संस्कृति का प्रतीक है और यह दोनों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाता है।
पिथौरागढ़/नैनीतालः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पिथौरागढ़ के ऐतिहासिक जौलजीवी मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जौलजीबी मेला भारत और नेपाल की साझा संस्कृति का प्रतीक है और यह दोनों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल न केवल मित्र राष्ट्र है बल्कि उसके साथ हमारा पीढ़ी दर पीढ़ी का रिश्ता है। खासकर उत्तराखंड के साथ रोटी बेटी का संबंध है। हमारी एक संस्कृति है। एक जैसा रहन सहन और एक जैसी पूजा पद्धति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयास से भारत नेपाल की मित्रता प्रगाढ़ हुई है। दोनों देशों में आपसी सहयोग बढ़ा है और ऐतिहासिक साझेदारी को अटूट शक्ति के रूप में फिर से पुनर्स्थापित करने का काम हो रहा है। कार्यक्रम को सांसद अजय टम्टा और पूर्व मंत्री विशन सिंह चुफाल ने भी संबोधित किया। वहीं पुष्कर सिंह धामी ने बच्चों को बाल दिवस पर बधाई दी और चॉकलेट भी भेंट की। साथ ही काली नदी पर राफ्टिंग का भी उद्घाटन किया।

भारत नेपाल सीमा पर काली और गोरी नदी के संगम पर लगने वाले अंतरराष्ट्रीय मेले में स्थानीय उत्पादों की भरमार है। खासकर बुनकरों द्वारा निर्मित ऊनी उत्पाद जैसे दन, चुटका, पंखी, पसमीना शाल शामिल हैं। तिब्बत का चुरू कंबल यहां लोगों के बीच काफी चर्चित हो रहा है। भारी भीड़ के चलते व्यापारियों के चेहरे खिले नजर आ रहे हैं।
