Edited By Vandana Khosla, Updated: 14 Dec, 2024 09:29 AM
रूद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में ठंड में आपदा से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। दरअसल, जनपद के ऊंचाई वाले गांवों में शीतकाल में बर्फबारी के कारण अक्सर मार्ग बाधित हो जाते हैं। ऐसे में प्रशासन ने बर्फबारी वाले क्षेत्रों में...
रूद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में ठंड में आपदा से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। दरअसल, जनपद के ऊंचाई वाले गांवों में शीतकाल में बर्फबारी के कारण अक्सर मार्ग बाधित हो जाते हैं। ऐसे में प्रशासन ने बर्फबारी वाले क्षेत्रों में खाद्यान्न का भंडारण कर दिया है। ताकि लोगों को सर्दियों के दौरान राशन की किल्लत का सामना न करना पड़े।
दरअसल, रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली, चिरबटिया, तुंगनाथ घाटी, केदारघाटी, चोपता घिमतोली, खडपतिया सहित कई क्षेत्रों में दिसंबर से फरवरी माह में भारी बर्फबारी होती है। इस दौरान इन ऊंचाई वाले गांवों में शीतकाल में बर्फबारी के कारण मार्ग बाधित हो जाते हैं। जहां सर्दियों के दौरान लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। वहीं, स्नो बाउंड एरिया होने के कारण बर्फबारी होने पर राशन पहुंचाना आसान नहीं होता है। जिससे खाद्यान्न, ईंधन आदि व्यवस्थाएं गड़बड़ा जाती है। ऐसे में पूर्ति विभाग ने बर्फबारी वाले गांवों में तीन माह का खाद्यान्न का पर्याप्त भण्डारण कर लिया है।
जिला पूर्ति अधिकारी कुशाल सिंह कोहली ने कहा कि बर्फबारी वाले गांवों के सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों और गोदामों में तीन माह का पर्याप्त भंडारण कर लिया है। साथ ही पेट्रोल पंप संचालकों को भी निर्देशित किया है, कि वे पेट्रोल डीजल का पर्याप्त स्टॉक रखे।